वाशिंगटन, चार अप्रैल (भाषा) अमेरिका के दो वरिष्ठ वित्त अधिकारी भारत से रूस के मुनाफे को सीमित करने के साथ-साथ स्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तेल मूल्य सीमा के कार्यान्वयन को बनाए रखने का आग्रह करने के लिए भारत यात्रा पर हैं।
अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा, आतंकवाद वित्त पोषण के लिए कार्यवाहक सहायक सचिव अन्ना मॉरिस और आर्थिक नीति के लिए पीडीओ के सहायक सचिव एरिक वान नॉस्ट्रैंड दो से पांच अप्रैल तक नयी दिल्ली और मुंबई की यात्रा पर हैं। वे सरकारी तथा निजी क्षेत्र के समकक्षों से मुलाकात कर रहे हैं।
बयान में कहा गया, मॉरिस और नोस्ट्रैंड मूल्य सीमा पर अपने विचार रखेंगे और नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को अनंत एस्पेन सेंटर द्वारा आयोजित सवाल-जवाब कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
मॉरिस और नोस्ट्रैंड ने पिछले महीने एक ब्लॉग में उल्लेख किया था कि मूल्य सीमा का दूसरा चरण रूस के तेल मुनाफे को सीमित करने और ऊर्जा बाजार स्थिरता का समर्थन करने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा।
इसमें कहा गया, ‘‘ जिस कीमत पर रूस अपना तेल बेचता है, दूसरे चरण के शुरू होने के बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। यह बदलाव इस अवधि में विश्व स्तर पर कम हुई तेल की कीमतों के प्रभावों को दर्शाता है, लेकिन अन्य वैश्विक तेल आपूर्तिकर्ताओं के सापेक्ष रूस द्वारा अर्जित छूट में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
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