रांची, एक अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने सोमवार को कहा कि उसने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान झारखंड को विकास सहायता के तहत 6,200 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।
नाबार्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान झारखंड में ग्रामीण वित्तीय संस्थानों (आरएफआई) ने 10,500 लाख रुपये (105 करोड़ रुपये) की पुनर्वित्त राशि का लाभ उठाया था। इसमें 40 गुना से अधिक की वृद्धि हुई और आरएफआई ने 2023-24 में 4,08,139 लाख रुपये (4,081 करोड़ रुपये) की पुनर्वित्त राशि का लाभ उठाया।’’
इसमें कहा गया कि 2,896 करोड़ रुपये का बड़ा हिस्सा झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक और झारखंड राज्य सहकारी बैंक को मिला।
बयान के अनुसार, कुछ प्रमुख परियोजनाओं में चार मेगा लिफ्ट सिंचाई योजनाएं, चार डेयरी प्रसंस्करण संयंत्र और कुछ बड़े पुल का निर्माण शामिल है।
इसके अलावा, नाबार्ड ने कहा कि उसने सुबर्णरेखा बहुउद्देश्यीय परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार को 250 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिससे 2,36,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी।
नाबार्ड ने 77 पेयजल परियोजनाओं का भी समर्थन किया है, जिससे राज्य के सभी 24 जिलों के लोगों को लाभ होगा।
बयान में कहा गया कि नाबार्ड ने राज्य भर में 244 किसान उत्पादक कंपनियों (एफपीसी) को प्रोत्साहन दिया है, जिससे लगभग दो लाख किसानों को लाभ होगा।
भाषा संतोष पाण्डेय
पाण्डेय
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