नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) देश का कोयला एवं लिग्नाइट उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 में पहली बार एक अरब टन के आंकड़े को पार कर गया है, जो इसके एक साल पहले 93.7 करोड़ टन था।
केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को आधिकारिक आंकड़े जारी करते हुए कहा कि 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 में कोयले एवं लिग्नाइट का उत्पादन एक अरब टन के आंकड़े को पार कर गया है।
जोशी ने कहा, ‘‘यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि देश ने अबतक का सबसे अधिक उत्पादन हासिल किया है, और यह देश को ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में काफी मदद करेगा।’’
उन्होंने कहा कि घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने के निरंतर प्रयासों ने सुनिश्चित किया है कि आगे चलकर देश को कभी भी कोयले की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि देश 2025-26 तक कोयला आयात खत्म करने के अपने अगले लक्ष्य से बहुत दूर नहीं है। पिछले 10 वर्षों में उत्पादन 70 प्रतिशत बढ़ा है।
जोशी ने पिछले महीने पीटीआई-भाषा से कहा था कि बिजली उत्पादक संयंत्रों में मिश्रण के लिए आयातित कोयले की हिस्सेदारी पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस वित्त वर्ष में कम हो गई है।
वित्त वर्ष 2023-24 में मिश्रण के लिए कोयला आयात लगभग 2.22 करोड़ टन रहा जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में यह 3.08 करोड़ टन था। कोयला आयात में कमी से केवल एक साल में 82,264 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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