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Thursday, 21 November, 2024
होमदेशफिर से एंटी रोमियो स्कॉयड एक्टिव करेगी योगी सरकार लेकिन रेप कैसे रुकेंगे?

फिर से एंटी रोमियो स्कॉयड एक्टिव करेगी योगी सरकार लेकिन रेप कैसे रुकेंगे?

साल 2017 की शुरुआत में एक्टिव रहने के बाद ये एंटी रोमियो स्कॉयड गायब सा हो गया. हालांकि कागजों में आज भी एंटी रोमियो स्क्वॉड जिंदा है

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ में बच्ची के साथ हुए रेप कांड के बाद से ही योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में आ गई है. यूपी में लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं. छेड़-छाड़ के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए यूपी का एंटी रोमियो स्काॅयड की चर्चा भी फिर से है. योगी सरकार ने इसे एक्टिव करने के आदेश दिए हैं. दरअसल यूपी में लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहे अपराधों पर रोकने के लिए सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को सख्त से सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में एंटी-रोमियो स्काॅयड को भी दोबारा से सक्रिय करने को कहा गया है.

सीएम ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से एंटी रोमियो दस्ते की कार्रवाइयों को पूरे जून माह अभियान के रूप में चलाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने भीड़भाड़ वाले तथा संवेदनशील स्थानों पर एंटी रोमियो दस्ते को निरन्तर सक्रिय रखने को कहा. डायल-100 की पेट्रोलिंग को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए लेकिन सवाल ये है कि जिस एंटी रोमियो स्काॅयड की चर्चा सरकार बनते ही हुई थी वो निष्क्रिय हो गया था. अब वह अचानक से कैसे एक्टिव हो जाएगा और उसका क्या असर होगा. क्योंकि पिछली बार तो इसका कोई खास असर नहीं दिखा था.

काफी चर्चा में रहा था ये स्कॉयड

बीजेपी ने एंटी रोमियो स्काॅयड बनाने का वादा अपने संकल्प पत्र में किया था जिस पर अमल भी हुआ. पुलिस ने मनचलों को पकड़ने और लड़कियों के साथ छेड़खानी को रोकने के लिए पार्क, भीड़-भाड़ वाली जगह और स्कूल-कॉलेज के बाहर ये अभियान चलाया था. इसकी काफी चर्चा भी हुई लेकिन कुछ महीने के भीतर ही ये गायब हो गया.

फिर अचानक हो गया गायब

हर थाने में एक सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एंटी रोमियो स्काॅयड बनाने का ऐलान किया था, शुरू में चौक-चौराहों और लड़कियों के स्कूल कॉलेज के बाहर सादी वर्दी में यह स्काॅयड तैनात भी दिखता था लेकिन लेकिन दिन-हफ्ते और महीने बीतने के साथ-साथ एंटी रोमियो स्काॅयड भी अपनी मारक क्षमता खोता गया. वजह पुलिस बल की भारी कमी रही.इस एंटी रोमियो स्काॅयड के तहत हर थाने में एक सब इंस्पेक्टर के तहत 4 कांस्टेबलों के साथ एक टीम बनाई गई थी जो हर थाना क्षेत्र के लड़कियों के स्कूल कॉलेज के बाहर सादी वर्दी में नजरें बनाकर रखता था लेकिन शुरुआती कार्यवाई के बाद अब इसकी यूनिट दिखाई नहीं देती.

केवल कागजों में बचा था एंटी रोमियो स्कॉयड

साल 2017 की शुरुआत में एक्टिव रहने के बाद ये एंटी रोमियो स्कॉयड गायब सा हो गया. हालांकि कागजों में आज भी एंटी रोमियो स्काॅयड जिंदा है और लगभग सभी थानों में इसकी इकाई बनी हुई है. लेकिन हकीकत है कि कई थानों में इसका कोई नामोनिशान नहीं है. शुरुआत में एंटी रोमियो स्काॅयड कड़ाई से मनचलों और छेड़खानी करने वालों से निपटा था सार्वजनिक रूप से भी कई लोग पकड़े गए.

हालांकि मॉरल पुलिसिंग की भी कई घटनाएं सामने आई थीं लेकिन धीरे-धीरे एंटी रोमियो स्काॅयड सिर्फ नाम का रह गया और इसके लोग दूसरे पुलिस बलों और थानों में तैनात होते गए.शायद यही वजह है कि बाद में इस तरह की स्काॅयड की सक्रियता कम दिखी. लेकिन योगी सरकार की उपलब्धियों में इसका जिक्र तक नहीं है. अब लगातार महिलाओं पर अपराध बढ़ रहे हैं तो सीएम योगी को एंटी रोमियो स्काॅयड की याद आई है.

छेड़खानी व रेप की घटनाएं कैसे रुकेंगी?

यूपी में अलीगढ़ रेप कांड के बाद से लगातार ऐसे मामले आ रहे हैं जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. कई लोगों का कहना है कि एंटी रोमियो स्कॉयड से क्या महिलाओं से छेड़खानी और बलात्कार की घटनाएं कम होंगी ? इस पर समाजसेविका विनिता ग्रेवाल का कहना है कि एंटी रोमियो का स्काॅयड का मकसद -‘प्रेम नहीं करने देंगे है’. वहीं हम चाहते हैं अपराध पर रोक लगे न कि प्रेम करने पर.

इसी कारण ये सफल नहीं हो पाया. वहीं स्टूडेंट लीडर पूजा शुक्ला का कहना है कि जब सरकार ने एंटी रोमियो स्कॉयड शुरू किया था तो ये तो नहीं कहा था कि जब मर्जी होगी तो इसे एक्टिव कर देंगे जब मर्जी होगी तो बंद कर देंगे. दूसरी बात क्या इससे बलात्कार की घटनाएं रुकेंगी. कोई ऐसा केस है क्या जो इस स्कॉयड ने सुलझाया हो. ऐसे में इस बार भी ये स्कॉयड क्या करेगा.

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