नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा के बीच राज्य के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी सोमवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले.
West Bengal Governor Keshari Nath Tripathi: My visit to the Prime Minister and the Home Minister was a courtesy call. I just informed them of the general situation in the state. pic.twitter.com/UgH8crgelS
— ANI (@ANI) June 10, 2019
शाह से 20 मिनट की मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने राज्य के हालात के बारे में गृह मंत्री को सूचित किया, जहां हाल के दिनों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लगभग एक दर्जन समर्थक हिंसा में मारे गए हैं. राज्यपाल ने आगे कुछ भी कहने से मना कर दिया.
पश्चिम बंगाल में भाजपा के बंद से जनजीवन प्रभावित
पश्चिम बंगाल के संदेशखली में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है. बंद के चलते बशीरहाट उपमंडल में रेल सेवाएं बाधित हुईं और आम जनजीवन प्रभावित हुआ.
भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उत्तर 24 परगना में भ्याबला स्टेशन पर सुबह रेल ट्रैक पर धरना प्रदर्शन किया, जिससे सियालदाह-हसनाबाद मंडल में स्थानीय ट्रेन सेवाओं में व्यवधान पैदा हुआ. ज्यादातर दुकानें बंद रहीं. अधिकांश निजी वाहन सड़कों से नदारद रहे, जबकि सरकार के स्वामित्व वाले वाहन नजर आए.
पुलिस ने कहा, ‘कानून और व्यवस्था नियंत्रण में है. हड़ताल से जीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है.’
भगवा पार्टी के झंडे को हटाने को लेकर संदेशखली के हतगाची इलाके में रविवार को तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई, इसने जल्द ही एक हिंसक रूप ले लिया और गोलियां चलाई जाने लगीं. पुलिस ने घटना में अब तक भाजपा के दो और तृणमूल के एक कार्यकर्ता की मौत होने की पुष्टि की है, हालांकि दोनों दलों ने कम से कम आठ मौतें होने का दावा किया है.
जहां भाजपा ने दावा किया कि उनके चार कार्यकर्ताओं को पॉन्इट ब्लैंक रेंज से गोली मार दी गई और उनके कई अन्य कार्यकर्ता लापता हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने अपने तीन कार्यकर्ताओं के मारे जाने की बात कही है. बशीरहाट उपमंडल में आहूत 12 घंटे की आम हड़ताल के अलावा, भगवा पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में सोमवार को राज्य भर में ‘काला दिवस’ मनाने की भी घोषणा की है.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान भी काफी हिंसा की घटनाएं हुईं. जिसमें भाजपा और टीएमसी के कार्यकर्ता मारे गये. यह हिंसा चुनाव बाद भी जारी है.
भाजपा को मिली है राज्य में बड़ी सफलता
वहीं बीजेपी ने इस बार राज्य में लोकसभा की 42 में से 18 सीटें जीती है. जिससे उसका मनोबल बढ़ गया है. वह राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए पूरा जोर लगा रही है. पार्टी में अब तक कई टीएमसी के नेता भाजपा जॉइन कर चुके हैं. इन सबके मद्देनजर दोनों पार्टियों में टकरवा जारी है और यह हिंसा के रूप में सामने आ रहा है.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)