नयी दिल्ली, सात फरवरी (भाषा) बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों (व्हाइट गुड्स) के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत प्रोत्साहन का दावा करने के लिए कुछ कंपनियों के आवेदनों की जांच चल रही है और वितरण में कोई देरी नहीं है। बुधवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने कहा कि निवेशकों को दो क्रियान्वयन अवधि- मार्च, 2022 तक (एक वर्ष) और मार्च, 2023 (दो वर्ष) में से एक को चुनने का विकल्प दिया गया था।
जिन कंपनियों ने 2021-22 की क्रियान्वयन अवधि चुनी थी, उनकी सभी 15 परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं।
इसमें कहा गया, “एक वर्ष की अवधि का चयन करने वाली कंपनियां 2022-23 में एक निश्चित निवेश और बढ़ी हुई बिक्री के आधार पर चालू वर्ष (2023-24) में पीएलआई के लिए पात्र हैं। उनके ऑनलाइन आवेदन पीएमए (परियोजना प्रबंधन एजेंसी) द्वारा जांच के अधीन हैं। पीएलआई का वितरण मार्च, 2024 तक किया जाएगा। योजना के तहत पीएलआई वितरण में कोई देरी नहीं है।”
इसमें कहा गया है कि 13 विदेशी स्वामित्व वाली कंपनियों- डाइकिन, पैनासोनिक, मित्सुबिशी, हिताची, निडेक, एलजी और मेट ट्यूब ने 2,090 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है, जो कुल प्रतिबद्ध निवेश का लगभग 30 प्रतिशत है।
बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के लिए पीएलआई योजना 6,238 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2021-22 से 2028-29 तक लागू की जा रही है।
भाषा अनुराग अजय
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