नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर संविधान का हवाला देते हुए हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि भले ही पीएम मोदी को प्रचंड बहुमत मिला हो, ओवैसी उनसे संविधान का हवाला देकर लड़ेंगे. ये बात उन्होंने मुसलमानों को भरोसा दिलाते हुए कही है. उन्होंने कहा कि भले ही भाजपा को फिरे बहुमत मिला हो लेकिन मुसलमान बिना किसी डर के मस्जिद जा सकते हैं. ऐसा करने की आज़ादी उन्हें संविधान देता है. संविधान को ज़िंदा किताब बताते हुए उन्होंने भरोसा दियाला कि वो इसी के सहारे पीएम मोदी से लड़ेंगे.
ओवैसी ने कहा, ‘अगर कोई समझ रहा है कि हिंदुस्तान के वज़ीर-ए-आज़म 300 सीट जीतकर हिंदुस्तान पर मनमानी करेंगे, नहीं हो सकेगा. वज़ीर-ए-आज़म से हम कहना चाहते हैं, संविधान का हवाला देकर, असदुद्दीन ओवैसी आपसे लड़ेगा, मज़लूमों के इंसाफ के लिए लड़ेगा.’ ये बात उन्होंने मुसलमानों की धार्मिक आज़ादी के संदर्भ में कही. उन्होंने ये भी कहा कि अगर मोदी मंदिर जा सकते हैं तो वो लोग भी मस्जिद में बैठ सकते हैं. ओवैसी को लगतारा चौथी बार हैदराबाद का सांसद चुना गया है.
Asaduddin Owaisi, AIMIM: Hindustan ko aabad rakhna hai, hum Hindustan ko aabad rakhenge. Ham yahan par barabar ke shehri hain, kirayedaar nahi hain hissedar rahenge. https://t.co/kiu7wFIx59
— ANI (@ANI) June 1, 2019
आम चुनाव के नतीजे 23 मई को आए थे. इनमें पीएम मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 303 सीटें हासिल हुईं. 543 सीटों वाली लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सीटें चाहिए होती हैं. इस बार 542 सीटों पर चुनाव हुआ था. ऐसे में भाजपा के पास बहुमत से काफी ज़्यादा सीटें हैं. वहीं, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को कुल 353 सीटें मिली हैं.
इसी पर हमला करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘हिंदुस्तान को आबाद रखना है, हम हिंदुस्तान को आबाद रखेंगे. हम यहां पर बराबर के शहरी हैं, किरायेदार नहीं हैं हिस्सेदार रहेंगे.’ लोकसभा में एआईएमआईएम के कुल दो सांसद हैं. इस दौरान ओवैसी ने श्रीलंका में ईस्टर के दौरान हुए धमाकों को इस्लाम पर कलंक बताया. उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका के जिन हमलों में कई जानें गईं उन्हें करने वालों में एक मुसलमान भी शामिल था. मरने वालों में 40 बच्चे भी शामिल थे.’
ओवैसी सवाल करते हैं कि वो लोग किस तरह के इस्लाम का संदेश दे रहे हैं? श्रीलंका धमाके में शामिल मुस्लिम को उन्होंने ‘ज़ालिम’ करार दिया. उन्होंने ऐसा करने वाले को इस्लाम पर काला धब्बा भी करार दिया.