मुंबई, 29 जनवरी (भाषा) जाने-माने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला ने सोमवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था जीवंत ऊर्जा से लबरेज है और ‘वाउ’ जैसी स्थिति (शानदार स्थिति) में है। सोशल मीडिया पर चल रहे ‘वायरल मीम…लुकिंग लाइक ए वाउ’ के आधार पर उन्होंने यह कहा है।
बिड़ला ने नये साल के संदेश में कहा है कि राष्ट्र इस समय आत्मविश्वास से सराबोर है और यह साफ दिख रहा है। ‘मीम’ उस क्षण की ‘अद्वितीय प्रकृति’ को उकेरता है।
बिड़ला ने कहा, ‘‘जो वायरल मीम है, वह सही मायने में भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवंत ऊर्जा को प्रतिबिंबित करता है और इस क्षण की अद्वितीय प्रकृति को दर्शाता है।’’
उन्होंने कहा कि भले ही दुनिया का बड़ा हिस्सा निराशावाद में डूबा हुआ है, भारत अटूट आशावाद के साथ आगे बढ़ रहा है।
बिड़ला ने कहा, ‘‘यह एक युवा देश और प्राचीन सभ्यता की गतिशीलता और ऊर्जा है जिसने अपनी आवाज तथा आधार पाया है।’’
यह साफ दिख रहा है कि देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने इसके लिए सरकार को श्रेय देते हुए कहा, ‘‘भारत उम्मीद, गर्व और प्रत्याशा से भरा हुआ है।’’
उद्योगपति ने व्यापक स्तर पर जो उम्मीद की किरण दिख रही है, उसे मापने के लिए ‘राष्ट्रीय आत्मविश्वास सूचकांक’ बनाने की भी वकालत की।
विविध कारोबार से जुड़े आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन ने कहा कि 2023 में उनका बाजार पूंजीकरण 40 प्रतिशत बढ़कर 90 अरब डॉलर से अधिक हो गया। इसी वर्ष उनके विनिर्माण कारोबार का एकीकरण भी हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि समूह का उपभोक्ता कारोबार बदलाव वाले विकास के कगार पर हैं। समूह के उपभोक्ता कारोबार में वित्त, दूरसंचार और पेंट शामिल हैं।
बिड़ला ने कहा कि भले ही लोग वैश्वीकरण पर ‘स्मृति लेख’ लिख रहे हैं, लेकिन इसकी एक ‘शक्तिशाली भूमिका’ है। उनके जैसे समूह में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असहमति और विचारधारा के बीच अंतर को पाटने की अद्वितीय क्षमता है।
उन्होंने कहा, ‘‘… जो वैश्वीकरण का मॉडल हमेशा काम करेगा, वह खुलेपन, आपसी भरोसे और पारदर्शिता पर आधारित है।’’
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रमण अजय
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