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Thursday, 19 December, 2024
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तमिल अभिनेत्री गायत्री रघुराम ने थामा अन्नाद्रमुक का दामन, पिछले साल हुईं थी BJP से अलग

तमिल अभिनेत्री, कोरियोग्राफर और रियलिटी शो प्रतियोगी गायत्री रघुराम के लिए अन्नाद्रमुक में शामिल होने का फैसला ‘उनकी अपनी पसंद’ है. वे अपने बीजेपी कार्यकाल को ‘राजनीति के बारे में जागरूकता की कमी’ के लिए जिम्मेदार मानती हैं.

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चेन्नई: तमिल अभिनेत्री, कोरियोग्राफर और रियलिटी शो प्रतियोगी गायत्री रघुराम पार्टी महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी के साथ बैठक के बाद शुक्रवार को अन्नाद्रमुक में शामिल हो गई.

रघुराम ने दिप्रिंट को बताया कि एआईएडीएमके में शामिल होने का फैसला उनकी स्वाभाविक पसंद थी और कहा कि यह एक ऐसी पार्टी थी जिसके साथ वह बड़ी हुई थीं.

आठ साल तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में रहने के बाद रघुराम ने पिछले साल राज्य पार्टी प्रमुख के. अन्नामलाई को इसका कारण बताते हुए पार्टी छोड़ दी थी. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा था कि उन्हें पार्टी में “पूछताछ का अवसर, समान अधिकार” नहीं थे और अन्नामलाई के नेतृत्व में महिलाएं “सुरक्षित नहीं हैं”.

उन्होंने उन पर “सच्चे कार्यकर्ताओं” को भगाने का भी आरोप लगाया था.

नवंबर 2022 में रघुराम को पार्टी को बदनाम करने के आरोप में छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था. उस साल की शुरुआत में उन्होंने एक लीक हुए ऑडियो पर चिंता जताई थी, जिसमें भाजपा नेता त्रिची सूर्या शिवा को कथित तौर पर एक महिला पार्टी पदाधिकारी के साथ असंसदीय तरीके से बात करते हुए सुना गया था.

मार्च 2023 में दिप्रिंट से बात करते हुए रघुराम ने उनके निलंबन को अन्याय बताया था और “महिलाओं के अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने” के लिए पदयात्रा की योजना के बारे में बात की थी.

‘AIADMK एक परिवार’

गायत्री रघुराम फिल्मों के साथ-साथ अन्नाद्रमुक में अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्होंने कहा कि उनके परदादा, निर्देशक कृष्णास्वामी सुब्रमण्यम और उनके पिता, कोरियोग्राफर रघुराम भी अन्नाद्रमुक के करीबी थे.

उन्होंने कहा, “मेरे परदादा के. सुब्रमण्यम, जो 1930 के दशक में एक डायरेक्टर थे, एमजीआर अय्या (सर) के बहुत करीब थे और उन्हें उनके करियर की शुरुआत से जानते थे. जयललिता अम्मा के लिए मेरे पिता रघुराम ने बहुत सारे शो और अभियान चलाए और फिल्म उद्योग से बहुत से लोगों को अन्नाद्रमुक में लाए.”

कम उम्र में भाजपा में शामिल होने का उनका फैसला उनके पिता के निधन के तुरंत बाद आया, उन्होंने कहा कि यह “राजनीति के बारे में जागरूकता की कमी” से प्रेरित था.

उन्होंने कहा, “लेकिन यह एक सबक था. मैंने तमिलिसाई सुंदरराजन, पोन राधाकृष्णन, एच. राजा और वनथी श्रीनिवासन जैसे पार्टी में जिन नेताओं के साथ काम किया, उनका सच में सम्मान करती हूं. मैंने नरेंद्र मोदी जी का आदर किया और भाजपा में शामिल हो गई.

उन्होंने कहा, “भाजपा अब कट्टरता और धार्मिक राजनीति कर रही है जिससे देश में शांति प्रभावित हो रही है और यही बात लोगों को उनसे दूर कर रही है.”

हालांकि, अभिनेत्री ने इस बीच, अन्नाद्रमुक, “राज्य के विकास में अभिन्न अंग” बताया और कहा, “राज्य में हाल की बारिश और बाढ़ के बाद भी, कई लोग पिछली अन्नाद्रमुक सरकार को याद कर रहे हैं, क्योंकि स्थिति को संभालने का उनका तरीका बेहतर था.”

उन्होंने पूर्व सीएम पलानीस्वामी को “विनम्र” और “करिश्माई” व्यक्ति बताया. उन्होंने कहा, “ईपीएस बहुत विनम्र और बेहतर प्रशासक हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति सरल और स्नेही…आगामी लोकसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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