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Friday, 22 November, 2024
होमदेशउत्तरकाशी में मज़दूरों के शानदार बचाव से मणिपुर में भीड़ के तांडव तक — 2023 की 10 यादगार तस्वीरें

उत्तरकाशी में मज़दूरों के शानदार बचाव से मणिपुर में भीड़ के तांडव तक — 2023 की 10 यादगार तस्वीरें

दिप्रिंट के फोटो जर्नलिस्ट ने इस साल की अपनी 10 शानदार तस्वीरें निकालने के लिए अपने आर्काइव को स्कैन किया. यह सूरज सिंह बिष्ट की गैलरी है, जहां उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इन्हें क्यों चुना है.

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लीड फोटो: इस साल मणिपुर में कुकी-मैतेई जातीय संघर्ष के दौरान कुकी ग्रामीणों का एक समूह अपने घरों को आग की लपटों में जलते हुए देख रहा है. इस फोटो में हृदयविदारक और वीरानी मेरे लिए संघर्ष के दौरान जनजातीय कुकी-ज़ो समुदाय और गैर-आदिवासी मैतेई दोनों के सदस्यों की मृत्यु, चोट, हमले और विस्थापन का प्रतीक है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

Congress leader Rahul Gandhi in New Delhi during his Bharat Jodo Yatra this year. There would be a tight security cordon around Gandhi during most of the Yatra. For this photo, I walked with him for a kilometre or two, before I could find a gap in the crowd that allowed me to capture the image of the Congress MP and his followers that I wanted | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस साल अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नई दिल्ली में थे. यात्रा के अधिकांश समय गांधी के आसपास कड़ा सुरक्षा घेरा था. इस फोटो के लिए मैं उनके साथ एक या दो किलोमीटर तक पैदल चला, ताकि मैं भीड़ में एक जगह ढूंढ सकूं जिससे मुझे कांग्रेस सांसद और उनके कार्यकर्ताओं की फोटो खींचने में मदद मिले जो मैं चाहता था | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

Like an eagle in the sky, this Army paratrooper soars far above the ground during the 75th Army Day parade in Bengaluru in January. This year was the first time that the parade had not been held in the national capital. But for me, what makes this photo special, is the timing which made it possible for me to capture the paratrooper and the eagle in flight together | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

जनवरी में बेंगलुरु में 75वें सेना दिवस परेड के दौरान सेना का यह पैराट्रूपर आसमान में एक बाज की तरह ज़मीन से काफी ऊपर उड़ रहा था. इस साल यह पहली बार था कि राष्ट्रीय राजधानी में परेड आयोजित नहीं की गई थी, लेकिन मेरे लिए, जो चीज़ इस तस्वीर को खास बनाती है, वो है टाइमिंग जिसने पैराट्रूपर और चील को एक साथ उड़ान भरते हुए कैमरे में कैद करना संभव बनाया  | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

Indian boxer Mary Kom waves to the crowd during the opening ceremony of the 2023 IBA Women's World Boxing Championships at New Delhi's Indira Gandhi Sports Complex in March. It's the connect between the boxer and her audience, the shared happiness in that moment, which makes it a special click | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम मार्च में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 2023 आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह के दौरान भीड़ का अभिवादन कर रही थीं. बॉक्सर और उनके दर्शकों के बीच का जुड़ाव, उस पल में साझा की गई खुशी है, जो इसे खास बनाती है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

The moment when a Delhi Police officer lost his cool. Captured during an Aam Aadmi Party protest in Delhi this year over the arrest of party leader and former Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia, this photo of a cop punching a protestor symbolises for me how the police and the public often end up at odds with each other | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

वो पल जब दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आपा खो दिया. पार्टी नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की गिरफ्तारी को लेकर इस साल दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के विरोध प्रदर्शन के दौरान खींची गई, एक प्रदर्शनकारी को मुक्का मारते पुलिसकर्मी की यह फोटो मेरे लिए इस बात का प्रतीक है कि कैसे पुलिस और जनता अक्सर एक-दूसरे के साथ भिड़ जाते हैं | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

An attack on MP and Union minister Rajkumar Ranjan Singh’s house during this year's ethnic conflict in Manipur. The clash between the state's tribal Kuki-Zo and non-tribal Meitei communities have been one of the most disturbing news of this year. I was caught between the mob and the security forces while trying to get this photo. It was only by accessing the terrace of a neighbouring house that I was able to both protect myself as well as capture this image | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

इस साल मणिपुर में जातीय संघर्ष के दौरान सांसद और केंद्रीय मंत्री राजकुमार रंजन सिंह के घर पर हमला हुआ था. राज्य के आदिवासी कुकी-ज़ो और गैर-आदिवासी मैतेई समुदायों के बीच झड़प इस साल की सबसे परेशान करने वाली ख़बरों में से एक रही है. इस फोटो को खींचने की कोशिश में मैं भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच फंस गया. पड़ोस के एक घर की छत पर पहुंच कर ही मैं अपना बचाव करने के साथ-साथ इस फोटो को खींच पाया था | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

The flooded Yamuna in the national capital this year brought misery to many, who found their houses submerged. For this youth near Delhi's iconic Red Fort, however, the gushing water was perfect for a swim. It is this conflicting play of emotions that make this a memorable image for me this year | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

इस साल राष्ट्रीय राजधानी में यमुना में आई बाढ़ कई लोगों के लिए दुख लेकर आई, जिनके घर जलमग्न हो गए थे. हालांकि, दिल्ली के लाल किले के पास इस युवा के लिए पानी में तैरने के लिए यह बिल्कुल उपयुक्त थी. भावनाओं का यह परस्पर विरोधी खेल ही था जिसने इस साल मानसून में इसे मेरे लिए इसे एक यादगार तस्वीर बना दिया | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

Prime Minister Narendra Modi inaugurates the 7th India Mobile Congress at Bharat Mandapam, Pragati Maidan in October. The striking thing for me here is that the PM can seen walking the red carpet, waving to the crowd, without the security cordon that usually surrounds him | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर में भारत मंडपम, प्रगति मैदान में 7वें भारत मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन कर रहे थे. यहां मेरे लिए चौंकाने वाली बात थी पीएम का लाल कालीन पर चलते हुए, भीड़ की ओर हाथ हिलाते हुए देखा जाना, बिना उस सुरक्षा घेरे के जो आमतौर पर उन्हें घेरे रहता है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

India held its breath, as rescue workers carried out a 17-day operation to save the 41 workers trapped inside the partially-collapsed, under-construction Silkyara tunnel in Uttarkashi in November. This aerial view of the scene outside the tunnel, taken the day the workers were finally rescued, captures the effort that went into the operation | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

नवंबर में उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के कारण अंदर फंसे 41 मज़दूरों को बचाने के लिए बचावकर्मियों ने 17 दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसने भारत की सांसें थामे रखीं. सुरंग के बाहर का यह नज़ारा तब का है जिस दिन मजदूरों को आखिरकार बचा लिया गया था और ये ऑपरेशन में किए गए प्रयासों को दर्शाता है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

Bharatiya Janata Party's assembly election victory in the three heartland states of Rajasthan, Chhattisgarh and Madhya Pradesh earlier this month is being seen as an indication of the party's position in the run-up to next year's Lok Sabha elections. The confidence and jubilation on Prime Minister Narendra Modi's face as he reached the BJP headquarters on 3 December, following the announcement of the poll results, says it all | Photo: Suraj Singh Bisht | ThePrint

इस महीने की शुरुआत में तीन प्रमुख राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनावों में जीत को अगले साल के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी की स्थिति के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. तीन दिसंबर को नतीजों की घोषणा के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे तो उनके चेहरे पर जो आत्मविश्वास और खुशी थी वही सब कुछ कह रही है | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट/दिप्रिंट

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