नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के लिए 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विश्व के नेताओं को निमंत्रण भेजा जा सकता है.शुक्रवार की शाम को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में एक 16 वी लोकसभा भंग करने का प्रस्ताव पास किया गया. साथ ही नई सरकार की गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी 30 मई को शपथ ग्रहण कर सकते हैं.
पहले शपथ ग्रहण में पहुंचे थे दक्षेस के नेता
2014 में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के शासनाध्यक्षों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलाया गया था. शपथ ग्रहण से पहले मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद देने वाराणसी जा सकते हैं. यहां से वह दूसरी बार 4,75,754 मतों के भारी अंतर से चुने गए हैं. वहीं मोदी गुजरात जाकर अपनी मां हीरा से भी आर्शिवाद लेंगे.
पीएम मोदी को वाराणसी से कुल 6,69,602 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार शालिनी यादव को 1,93,848 वोट मिले. कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय को 1,51,800 मत प्राप्त हुए. पिछली बार 2014 में वाराणसी से 3.37 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीतने के बाद मोदी गांधीनगर में अपनी मां हीरा बेन का आशीर्वाद लेने गए थे.
विश्व के ‘सबसे बड़े लोकतंत्र’ भारत की ताकत को जाने दुनिया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण के लिए जल्दबाजी में नहीं हैं, क्योंकि वह विश्व के कुछ नेताओं को समारोह के लिए आमंत्रित करना चाहते हैं, ताकि विश्व के ‘सबसे बड़े लोकतंत्र’ भारत की ताकत को लेकर दुनिया भर में एक संदेश जाए.
लोकसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत के बाद प्रधानमंत्री को दुनिया भर के नेताओं से बधाई संदेश और टेलीफोन कॉल आए हैं. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल हैं.
भाजपा के सूत्रों ने कहा कि नवनिर्वाचित सांसदों को 25 मई शाम तक दिल्ली पहुंचने के लिए कहा गया है. भाजपा संसदीय दल की एक बैठक 25 मई को भी हो सकती है, जिसमें मोदी को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा. सूत्रों ने कहा कि पार्टी उसी दिन सरकार बनाने का दावा पेश करेगी और उसके बाद शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है.
पीएम मोदी ने 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री के पद की शपथ राष्ट्रपति भवन के प्रागंण में ली थी. मोदी के शपथ ग्रहण के राष्ट्रपति भवन में विशेष इंतजाम किए गए थे. शाम को पीएम मोदी समेत राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, वेकैया नायडू, हर्षवर्धन, मेनका गाांधी, राधामोहन सिंह, नितिन गडकरी समेत कई मंत्रियों ने शपथ ली थी.
भारत में पहली बार सार्क देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया था. इनमें नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, भूटान के प्रधानमंत्री शोरिंग तोग्बे और अफ़गानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे, मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन और बांग्लादेश की तरफ़ से संसद की स्पीकर डॉक्टर शिरीन चौधरी,मारीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम,पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ शामिल हुए थे. इसके अलावा कई उद्योगपति, फिल्मी सितारे, कई राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख नेताओं ने भी शिरकत की थी.
शपथ ग्रहण से पूर्व राजघाट महात्मा गांधी श्रद्धांजली देने के बाद पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी में उनसे मिलने उनके निवास भी पहुंचे थे. इसके बाद भाजपा समेत अन्य घटक दलों के नेताओं के साथ बैठक की थी. इसके बाद उन्होंने गोधुली बेला में (शाम) पीएम पद की शपथ ली थी.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)