पाली (राजस्थान) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी पर “भ्रष्टाचार” और “तुष्टीकरण की राजनीति” का आरोप लगाते हुए कहा कि वंशवाद की राजनीति ही उनके लिए सब कुछ है.
राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में लोगों से बीजेपी को वोट देने की अपील करते हुए पीएम मोदी ने पाली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य को ऐसी सरकार की जरूरत है जो विकास को प्राथमिकता दे. पीएम ने कहा कि 21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में राजस्थान ‘बहुत बड़ी’ भूमिका निभाएगा.
कांग्रेस के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस के लिए भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है. यह पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति के अलावा कुछ और नहीं सोचती.”
पीएम मोदी ने आरोप लगाया, ”दुर्भाग्य से, कांग्रेस के 5 साल के शासन में राज्य का विकास रुक गया.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों ने कांग्रेस शासन के पिछले 5 वर्षों में तुष्टीकरण की राजनीति के “असर” का “अनुभव” किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज हम एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके लिए राजस्थान में विकास को प्राथमिकता देने वाली सरकार की जरूरत है. कांग्रेस के लिए भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति से बढ़कर कुछ नहीं है. यह पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति के अलावा कुछ और नहीं सोचती.”
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासन में राज्य को विवादों में धकेल दिया गया है. संघर्ष और आतंकवाद की मानसिकता बढ़ी है. इस धरती पर हिंसा की ऐसी अकल्पनीय घटनाएं घटीं.”
उन्होंने कथित तौर पर देश के अन्य राज्यों की तुलना में अधिक कीमत पर पेट्रोल बेचने के लिए कांग्रेस सरकार पर भी हमला किया.
पीएम मोदी ने कहा, “…राजस्थान के पड़ोसी राज्य बीजेपी की सरकार है…वहां पेट्रोल 97 रुपये प्रति लीटर है…लेकिन राजस्थान में कांग्रेस सरकार ऊंचे दामों पर पेट्रोल बेचती है…”
सत्ता में आने पर राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा करने का वादा करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “मैं गारंटी देता हूं कि भाजपा सरकार बनने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा की जाएगी… इससे गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत मिलेगी…”
राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती अन्य चार राज्यों – मिजोरम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के साथ 3 दिसंबर को होगी.
2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं, जबकि 200 सदस्यीय सदन में भाजपा ने 73 सीटें. गहलोत ने बसपा विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सीएम पद की शपथ ली.
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