नई दिल्ली : वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने रविवार को वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण IV को लागू करने का निर्णय लिया गया.
वायु गुणवत्ता आयोग ने कहा कि स्टेज I से III के तहत लगाए गए प्रतिबंधों के अलावा स्टेज IV को लागू किया जाएगा.
CAQM द्वारा जारी एक आधिकारिक नोटिफिकेशन में कहा गया है, “वायु गुणवत्ता की मौजूदा रुख को ध्यान में रखते हुए और क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के प्रयास में, उप-समिति ने आज जीआरएपी ‘गंभीर+’ वायु के चरण-IV के तहत (दिल्ली का AQI> 450), तैयार सभी कदमों को पूरे NCR में तत्काल प्रभाव से लागू करने का आह्वान किया है. यह GRAP के चरण 1, चरण II और चरण III के तहत उल्लिखित निवारक और प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों के अतिरिक्त है.”
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8-सूत्रीय कार्य योजना के अनुसार, दिल्ली में ट्रक के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा (आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले/ आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले ट्रकों और सभी एलएनजी/सीएनजी/ इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर). इसके अलावा, आवश्यक वस्तुओं को ले जाने/आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों को छोड़कर, दिल्ली में पंजीकृत डीजल चालित मध्यम माल वाहन (एमजीवी) और भारी माल वाहन (एचजीवी) के दिल्ली में चलने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.
जीआरएपी चरण-IV प्रतिबंधों में एनसीआर राज्य सरकारें भी शामिल हैं और जीएनसीटीडी छठी-9वीं और 11वीं कक्षा के लिए भी फिजिकल क्लासें बंद करने और ऑनलाइन मोड में पढ़ाई कराने का निर्णय ले सकती हैं.
8-सूत्रीय कार्य योजना के मुताबिक, “एनसीआर राज्य सरकारें/जीएनसीटीडी सार्वजनिक, नगरपालिका और निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति देने पर निर्णय लेगी. राज्य सरकारें कॉलेजों/ शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने जैसे अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं. गैर आपातकालीन गतिविधियों को बंद करना, सम-विषम आधार पर वाहनों को चलाने की अनुमति देना जैसे निर्णय ले सकती है.“
इस संबंध में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए और GRAP-4 को सख्ती से लागू करने के लिए सोमवार को सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है.
इस बीच, लगातार चौथे दिन, दिल्ली में वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, हालांकि वायु गुणवत्ता प्रणाली के अनुसार, समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली गिरावट के साथ यह पूर्वानुमान और अनुसंधान (सफ़र-भारत) के मुताबिक शनिवार को 504 के मुकाबले 410 दर्ज किया गया.
जैसा कि दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में है, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने शुक्रवार को प्रभावित राज्यों के मुख्य सचिवों से जवाब मांगा और तत्काल उपचारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया, और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट ट्रिब्यूनल के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा.
एनजीटी ने एक बयान में कहा कि इन शहरों में वायु प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि रेजीडेंट्स को बेहतर वायु गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके.
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