आगरा: उत्तर मध्य रेलवे के यात्रा टिकट परीक्षक (TTE) 43 वर्षीय शाहिद अंसारी मंगलवार दोपहर 3:45 बजे मध्य प्रदेश जाने वाली फिरोजपुर-सिवनी पातालकोट एक्सप्रेस के दो सामान्य डिब्बों में आग लगने के बाद बुरी तरह से घायल हो गए. जब ट्रेन में आग लगी तो वह एसी कोच में यात्रियों का टिकट चेक कर रहे थे.
उन्होंने दिप्रिंट को बताया कि जब उन्होंने आग के बारे में सुना तो तुरंत उन कोचों की ओर दौड़ पड़े.
उन्होंने कहा, “जैसे ही ट्रेन रुकी, मैं जलते हुए डिब्बे की ओर भागा और यात्रियों को बाहर निकलने में मदद की.” उन्होंने आपातकालीन निकास खिड़की को खोल दिया और आग की लपटों को दूर रखने के लिए अग्निशामक यंत्र का उपयोग करते हुए यात्रियों को भागने में मदद की.
उन्होंने कहा, “कोच में तेजी से धुआं भर रहा था जो आग जितना खतरनाक था, इसलिए मैं लगभग दस मिनट तक कोच में रुका रहा जबकि यात्री भाग निकले. जब अग्निशामक यंत्र ने काम करना बंद कर दिया, तो मैं उतर गया.”
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के भंडई जंक्शन स्टेशन के पास ट्रेन के दो डिब्बों में आग लग गई. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग लगते ही चार डिब्बों को ट्रेन से अलग कर दिया गया.
पिछले 14 सालों से भारतीय रेलवे के कर्मचारी रहे अंसारी का आग से लड़ते हुए एक वीडियो तब से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. इसमें TTE को आग लगी एक बोगी की ओर दौड़ते हुए और आग बुझाने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है.
भारतीय रेलवे के शुरुआती बयान के मुताबिक, इंजन से चौथे कोच में धुआं निकलता देखा गया. बयान में कहा गया, “ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया और कोच को अलग कर दिया गया.”
हालांकि, इस बयान में यह भी कहा गया कि कोई घायल नहीं हुआ. आगरा पश्चिम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सोनम कुमार ने बाद में दिप्रिंट को बताया कि 10 लोग घायल हुए थे. उन्होंने कहा, “अब सभी को छुट्टी दे दी गई है और उन सभी को दुर्घटना मुआवजे के रूप में 50,000 रुपये दिए गए हैं.”
आग किस कारण से लगी इसका अभी तक कोई स्पष्ट कारण नहीं है, लेकिन आगरा जोन के मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल ने दिप्रिंट को बताया कि भारतीय रेलवे ने इसकी जांच के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया है.
उन्होंने कहा, “टीम ने भांडई रेलवे स्टेशन का दौरा किया, जहां यह घटना हुई थी, और फिर जजाऊ रेलवे स्टेशन गई, जहां जले हुए डिब्बे पार्क किए गए हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “समिति जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट सौंपेगी.”
(संपादन: ऋषभ राज)
(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
यह भी पढ़ें: ‘गहलोत से बैर नहीं, MLA की खैर नहीं’— वर्तमान विधायकों पर कांग्रेस का दोबारा दांव क्यों पड़ सकता है उल्टा