(शिरिष बी प्रधान)
काठमांडू, 11 अक्टूबर (भाषा) नेपाल सरकार ने हमास आतंकवादियों द्वारा इजराइल पर अचानक किए गए हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में फंसे अपने करीब 250 छात्रों को वापस लाने के लिए नेपाल एयरलाइंस के विमान को भेजने का फैसला किया है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सेवा लम्साल ने बताया कि नेपाल एयरलाइंस का विमान बुधवार देर रात दो बजे काठमांडू से यरुशलम के लिए उड़ान भरेगा और 288 नेपाली छात्रों को वापस लाएगा जिन्होंने इजराइल स्थित नेपाली दूतावास में अपना पंजीकरण कराया है और सुरक्षित वापसी की इच्छा जताई है।
उन्होंने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सउद भी उसी विमान में सवार होंगे।
प्रवक्ता ने बताया हालांकि, हमास द्वारा गत शनिवार को किए गए हमले में मारे गए 10 नेपाली छात्रों के शव विमान से नहीं लाए जाएंगे।
लम्साल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मारे गए लोगों के शवों को सौंपने की प्रक्रिया अबतक इजराइली सरकार द्वारा पूरी नहीं की गई है, हमें मारे गए लोगों के शव वापस लाने के लिए इंतजार करना होगा।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमा युद्धग्रस्त देश से नेपाली नागरिकों की वापसी में छात्रों को प्राथमिकता देंगे। किसी को भी वहां फंसा हुआ नहीं छोड़ा जाएगा और अगर हमें नेपाली नागरिकों को लाने के लिए जरूरत पड़ेगी तो दूसरी वाणिज्यिक उड़ान की व्यवस्था करेंगे।’’
इजराइल के किब्बुत्ज स्थित फार्म पर शनिवार को जब हमास ने हमला किया तब वहां पर 17 नेपाली छात्र थे जिनमें से 10 मारे गए, छह अन्य बचने में सफल रहे जबकि एक अब भी लापता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमले में चार नेपाली छात्रों जख्मी हुए हैं जिनका इजराइली सरकार की सहायता से अस्पताल में इलाज चल रहा है।
नेपाल से ‘लर्न ऐंड अर्न’ इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत नेपाल के 265 कृषि पाठ्यक्रम के छात्र इजराइल के विभिन्न विश्वविद्यालयों में गए थे। इनके अलावा 450 अन्य नेपाली छात्र भी इजराइल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि नेपाली छात्रों को स्वदेश लाने पर होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी।
भाषा धीरज माधव
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