नई दिल्ली: आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शाहिद लतीफ की बुधवार को पाकिस्तान के सियालकोट जिले के दस्का शहर की एक मस्जिद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. यह जानकारी अधिकारियों ने दी.
लतीफ को पठानकोट स्थित भारतीय वायु सेना अड्डे पर 2016 में हुए हमले का मुख्य षड्यंत्रकर्ता माना जाता है.
जानकारी के अनुसार गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किये गए लतीफ उर्फ बिलाल और उसके दो सहयोगियों की तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
अधिकारियों ने बताया कि लतीफ ने 1993 में कश्मीर घाटी में घुसपैठ की थी और उसे एक साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि वह जैश-ए-मोहम्मद संस्थापक मसूद अज़हर के साथ 2010 तक जम्मू जेल में था.
उन्होंने बताया कि रिहाई के बाद उसे 2010 में पाकिस्तान भेज दिया गया और वह औपचारिक रूप से आतंकवादी समूह में शामिल हो गया.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह पाकिस्तान की धरती पर जैश-ए-मोहम्मद के लिए सबसे बड़ा झटका है.’’
लतीफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा वांछित था.
दो जनवरी, 2016 को जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों के पठानकोट वायुसेना स्टेशन में घुसने के बाद हुई मुठभेड़ में भारतीय वायुसेना के सात कर्मी शहीद हो गए थे.
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