कांग्रेस द्वारा फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों की दुहाई देना, लेकिन इज़रायल पर आतंकी हमले का ज़िक्र न करना दर्शाता है कि भारत की विपक्षी पार्टी ब्रिटिश वामपंथियों से भी बाईं ओर झुक गई है. CWC के प्रस्ताव ने जयराम रमेश के समझदारी भरे फैसले को उलट दिया, जो इजरायल के सुरक्षा हितों और फिलिस्तीनियों की आकांक्षाओं के बीच काफी संतुलित दिख रहा था. कांग्रेस को अपना सॉफ्टवेयर अपडेट करना चाहिए. फिलिस्तीन भारतीय मुस्लिम मतदाताओं को प्रभावित नहीं करता है.