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Sunday, 29 September, 2024
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बंगाल में बाढ़ के कारण 10,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया : ममता

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कोलकाता, चार अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में बाढ़ जैसे हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से 10,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है तथा उन्हें राज्य के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों के नौ जिलों में स्थापित 190 राहत शिविरों में रखा गया है।

पश्चिम बंगाल की उत्तरी सीमा सिक्किम से लगी है। सिक्किम में आज सुबह तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी।

ममता बनर्जी ने कहा कि जलपाईगुड़ी जिले में तीस्ता बैराज क्षेत्र के पास तीन अज्ञात शव मिले हैं। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि सभी मृतक सिक्किम के हो सकते हैं।

पैर की चोट से उबर रहीं बनर्जी ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से घर से 24 घंटे स्थिति पर नजर रख रही हैं। उन्होंने घोषणा की कि राज्य में बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित करने के उपाय के तहत कई सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

एक बैठक में स्थिति का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी और गृह सचिव बीपी गोपालिका को तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजने को कहा।

उन्होंने कहा, ‘हमने पहले ही बाढ़ प्रभावित जिलों के निचले इलाकों से 10,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को पहले ही सतर्क कर दिया गया है। मै पैर की चोट के कारण घर से 24 घंटे स्थिति की निगरानी करूंगी।’

राज्य सरकार ने एक बयान में कहा कि राज्य के उत्तरी भाग में कलिम्पोंग, दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार जिलों में कुल मिलाकर 5,800 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित निकाला गया है, जबकि दक्षिण में हावड़ा, हुगली, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में 5,018 अन्य लोगों को निकाला गया है।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ के कारण शिकायतें दर्ज करने के लिए 24 घंटे नियंत्रण कक्ष शुरू करने का भी निर्देश दिया।

बयान में कहा गया कि सिक्किम की राजधानी गंगटोक और उत्तरी पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-10 लिखुवीर-सेतीझोरा खंड के पास पूरी तरह से बह गया। इसमे कहा गया कि तीस्ता में पानी का स्तर कम होने के बाद युद्ध स्तर पर तत्काल मरम्मत की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में पर्याप्त राहत शिविर खोले गए हैं और प्रभावित लोगों से कोई जोखिम न लेने और इन आश्रयों में जाने का आग्रह किया।

राज्य के उत्तरी भाग में 28 और दक्षिण में 190 राहत शिविर खोले गए हैं।

बनर्जी ने जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और प्रखंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में हालात पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दक्षिण 24 परगना जिले, सुंदरबन और सागर द्वीप के कुछ हिस्से भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

भाषा साजन अविनाश

अविनाश

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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