नई दिल्ली में अफगान दूतावास को बंद करना इस गंभीर सच्चाई को दर्शाता है कि तालिबान के पास सत्ता पर एकाधिकार है. सरकारों को वास्तविकता से निपटना होगा, लेकिन उन्हें बर्बरता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. जब तक तालिबान, विशेषकर महिलाओं के बुनियादी अधिकारों को बहाल नहीं करता, तब तक राजनयिक मान्यता से इनकार किया जाना चाहिए.