नई दिल्ली: हैदराबाद में पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के दो दिवसीय सत्र के बाद, पार्टी ने रविवार को एक सार्वजनिक बैठक में आगामी तेलंगाना चुनावों के लिए छह गारंटियों की घोषणा की.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महालक्ष्मी योजना की घोषणा की, जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये मिलेंगे, 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर मिलेंगे और राज्य भर में आरटीसी बसों में मुफ्त यात्रा मिलेगी.
सोनिया ने कहा, “मुझे अपने सहयोगियों के साथ इस महान राज्य तेलंगाना के जन्म का हिस्सा बनने का अवसर मिला. अब, इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाना हमारा कर्तव्य है.”
उन्होंने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस सरकार देखना मेरा सपना रहा है जो समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी.”
इसके बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पांच और गारंटियों की घोषणा की.
पहली थी रायथु भरोसा गारंटी, जिसके तहत किसानों और किरायेदार किसानों को सालाना 15,000 रुपये मिलेंगे, खेतिहर मजदूरों को 12,000 रुपये मिलेंगे और धान की फसल के लिए 500 रुपये का बोनस दिया जाएगा.
दूसरी थी गृह ज्योति गारंटी, जिसके तहत सभी घरों को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी. इसके बाद, इंदिराम्मा इंदु गारंटी थी जिसके बेघरों को आवास स्थल और 5 लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे. इस योजना के तहत तेलंगाना आंदोलन के सेनानियों को 250 वर्ग गज का प्लॉट भी मिलेगा.
युवा विकासम गारंटी के तहत छात्रों को 5 लाख रुपये के विद्या भरोसा कार्ड दिए जाएंगे. हर मंडल में एक तेलंगाना इंटरनेशनल स्कूल भी होगा.
खरगे ने कहा, अंत में चेयुथा गारंटी के तहत, वरिष्ठ नागरिकों को 4,000 रुपये की मासिक पेंशन दी जाएगी और 10 लाख रुपये का राजीव आरोग्यसारी बीमा भी उपलब्ध कराया जाएगा.
तेलंगाना के लोगों से अपनी अपील में पार्टी ने के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर “पारिवारिक शासन” स्थापित करने का आरोप लगाया.
अपील में कहा गया है, “नए राज्य में जो संसाधन यहां के लोगों के लिए थे, उन्हें सत्ता में बैठे लोगों ने हड़प लिया है. सुनहरे भविष्य के वादे के बजाय, उन्होंने निज़ामों की तरह शासन करके राज्य को पिछड़ा कर दिया है.”
ये घोषणाएं रविवार को एक सत्र के लिए विस्तारित सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद हुईं, जिसमें लगभग 150 नेताओं ने भाग लिया था.
सीडब्ल्यूसी ने उन राज्यों की रिपोर्टें भी सुनीं जहां जल्द ही चुनाव होने वाले हैं और तेलंगाना के मतदाताओं से कांग्रेस को चुनने की अपील की गई.
विस्तारित सीडब्ल्यूसी बैठक में अपने भाषण की शुरुआत में खरगे ने घोषणा की कि बैठक का एजेंडा आगामी चुनावों और लोकसभा 2024 के लिए चुनाव तैयारियों पर चर्चा करना था. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी रविवार को मीडिया से बात की और कहा कि पार्टी ने 18 सितंबर को विशेष संसद सत्र में महिला आरक्षण बिल की मांग करने का फैसला लिया है.
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‘अनुशासन बनाए रखें, दिन-रात काम करें’
रविवार को बैठक में खरगे ने विश्वास जताया कि पार्टी पांच राज्यों में आगामी चुनावों में निर्णायक जनादेश हासिल करेगी.
बैठक के बाद पारित प्रस्ताव के मुताबिक, “विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक यह विश्वास व्यक्त करते हुए समाप्त हुई कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जल्द ही होने वाले विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना के लोगों से निर्णायक जनादेश मिलेगा.”
प्रस्ताव में कहा गया, “यह अप्रैल-मई 2024 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी संगठन की तैयारी की भी पुष्टि करता है.”
बैठक के दौरान खरगे ने सभी नेताओं से चुनावी तैयारियों का जायजा लिया.
खरगे ने पूछा, “मैं राज्य प्रमुखों से पूछना चाहता हूं कि क्या मंडल, ब्लॉक और जिला स्तर की कांग्रेस समितियां तैयार हैं. क्या ये समितियाँ उन राज्यों में नियमित कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं जहां उनका गठन किया गया है? क्या आपने (लोकसभा चुनाव के लिए) संभावित उम्मीदवारों पर गौर करना शुरू किया है?”
उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अनुशासन बनाए रखने और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ बयान लेकर मीडिया में नहीं जाने को कहा.
उन्होंने कहा, “हम सभी को अपने जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन हमें हमेशा अनुशासन बनाए रखना चाहिए…कोई भी नेता अनुशासन के बिना नेता नहीं बनता है. अगर हम अनुशासित रहेंगे तो ही लोग हमारा अनुसरण करेंगे और हमारी बात सुनेंगे.”
उन्होंने कहा, “हमें याद रखना चाहिए कि हमें अपने अहंकार को संतुष्ट करने या अपने लिए अंक हासिल करने के लिए ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहिए जिससे पार्टी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े.” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कर्नाटक चुनाव में पार्टी की जीत केवल इसलिए हुई क्योंकि पार्टी एकजुट होकर लड़ी थी.
उन्होंने कहा, यह हमारे लिए आराम करने का समय नहीं है, हमें दिन-रात कड़ी मेहनत करनी होगी.
खरगे ने यह भी टिप्पणी की कि 2024 में कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में महात्मा गांधी के चुनाव की शताब्दी मनाई जाएगी.
उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी को सबसे उपयुक्त श्रद्धांजलि भाजपा को सत्ता से बाहर करना होगा.”
‘महिला आरक्षण विधेयक पारित करवाएं’
रविवार को बैठक से इतर मीडिया से बात करते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की कोर कमेटी ने शनिवार को संसद के विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने की मांग करने का फैसला लिया था.
खेड़ा ने कहा, “महिला आरक्षण बिल का इतिहास बहुत दिलचस्प है. यह 1989 की बात है जब हमारे दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने यह सुनिश्चित किया कि महिलाओं के लिए निर्वाचित स्थानीय निकायों में एक तिहाई आरक्षण हो. महिला आरक्षण विधेयक (1989) पारित करने का प्रयास किया गया. यह लोकसभा में पारित हो गया, लेकिन राज्यसभा में गिर गया क्योंकि तत्कालीन विपक्ष ने सहयोग नहीं किया था.”
उन्होंने कहा कि 1993 में लोकसभा और विधानसभाओं में महिला आरक्षण का विधेयक पारित किया गया था. “फिर, यह दूसरे सदन में गिर गया. फिर डॉ. मनमोहन सिंह, जब वे प्रधानमंत्री बने…यह विशेष विधेयक राज्यसभा में पारित हो गया और यह अभी भी जीवित है.”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली राव की बेटी के.कविता ने महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग को लेकर इस साल मार्च में दिल्ली में भूख हड़ताल की थी. कांग्रेस ने उस विरोध का बहिष्कार किया था.
(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)
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