नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रतापगढ़ के धरियावद पहुंचकर दुर्व्यवहार के मामले में पीड़ित महिला एवं उसके परिवार से मुलाकात की.
उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की घटनाओं तथा उनमें लिप्त अपराधियों का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी अमानवीय घटनाओं की एक स्वर में निंदा होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अपराधियों को त्वरित अदालत में मुकदमा चलाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी.
इस दौरान गहलोत ने पीड़ित महिला को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा सरकारी नौकरी देने की घोषणा की.
#WATCH प्रतापगढ़ की घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "रात भर में 8-10 लोग पकड़े गए हैं। ये है राजस्थान पुलिस का काम….इसकी तुलना हमारे प्रधानमंत्री मणिपुर से कर रहे थे। वहां भी राजनीति हो रही थी। मणिपुर चल रहा था गृह युद्ध चल रहा था। वहां 2 बच्चियों को… pic.twitter.com/Q59CCpplj9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 2, 2023
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ घटना में पीहर और ससुराल के आपसी पारिवारिक विवाद में ससुराल पक्ष के लोगों का कृत्य घोर निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि घटना के संज्ञान में आते ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) को मौके पर जाकर इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे.
उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे तथा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में सभी आरोपियों को हिरासत में लिया.
इस मामले में पुलिस ने अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है और चार अन्य को हिरासत में लिया है.
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि धरियावद थानाक्षेत्र के एक गांव में विवाहिता को वैवाहिक विवाद के चलते उसके ससुराल वालों द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर भादंसं , स्त्री अशिष्ट रुपण (प्रतिषेध) अधिनियम एवं आईटी कानून की संबंधित धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया और जांच प्रारंभ की गयी.
यह भी पढ़ें: मणिपुर हिंसा: मैरी कॉम ने गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र, अपने समुदाय की रक्षा करने का आग्रह किया