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Tuesday, 5 November, 2024
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NMML का नाम बदलने के विवाद पर बोले राहुल- नेहरू अपने नाम नहीं, कर्म से जाने जाते हैं

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी रखने को लेकर पैदा हुए विवाद पर राहुल ने अपनी प्रतिक्रिया दी.

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नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलकर प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) करने पर पैदा हुए विवाद को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके महान परदादा अपने किए कर्म की वजह से ज्यादा जाने जाते हैं, ना कि अपने नाम की वजह से.

दिल्ली एयरपोर्ट से दो दिन के लिए लद्दाख जा रहे राहुल ने कहा, “नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं.”

इससे पहले, नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी रखने को लेकर बीजेपी और विपक्षी दल के नेताओं के बीच वाकयुद्ध शुरू हुआ.

राष्ट्रीय राजधानी में, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का नाम बदलने को लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की आजादी की लड़ाई में जवाहर लाल नेहरू के महान योगदान को कभी छीन नहीं सकते.

अपने आधिकारिक हैंडल एक्स, पहले ट्विटर पर रमेश ने बुधवार को लिखा, “आज से, एक प्रतिष्ठित संस्था को नया नाम मिला. दुनिया में चर्चित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) पीएमएमएल-प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूजियम व लाइब्रेरी बन गया है. मिस्टर मोदी के पास भय, जटिलताओं और असुरक्षाओं का एक बड़ा बंडल है, खासकर जब बात हमारे पहले और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री की हो. उनका बस एक एजेंडा है कि नकारना, बिगाड़ना, बदनाम करना और नेहरू और नेहरूवियन विरासत को नष्ट करना है.”

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल) का आधिकारिक तौर पर केंद्र ने सोमवार को नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) कर दिया है.

इस बीच, प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (पीएमएमएल) के वाइस चेयरमैन एग्जिक्यूटिव काउंसिल के ए सूर्य प्रकाश ने बुधवार को कहा कि नया संग्रहालय राष्ट्र के लिए जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धियों और योगदान को प्रदर्शित करता है, यह भी कहा कि जिन लोगों को इसके बारे में संदेह है उन्हें इसे देखना चाहिए.

उन्होंने कहा, “नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) का दौरा करने वाला कोई भी व्यक्ति देख सकता है कि कैसे हमने नेहरू, आधुनिक भारत के उनके मंदिरों, हीराकुंड बांध, नागार्जुन सागर बांध, प्रौद्योगिकी संस्थान स्थापित करने के उनके विचार और तीन मूर्ति भवन में उनके प्रधानमंत्री के रूप में 17 साल के कार्यकाल के योजना आयोग को प्रदर्शित किया है.”

नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और पुस्तकालय का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस के लिए जवाहराल नेहरू और उनका परिवार ही मायने रखता है.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी और जयराम रमेश व पीएम मोदी के बीच मूलभूत फर्क है. वे (कांग्रेस) सोचते हैं कि केवल नेहरू जी और उनका परिवार मायने रखता है. नरेंद्र मोदी ने म्यूजियम में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को एक सम्मानजनक स्थान दिया है.”

इससे पहले मध्य जून में, एनएमएमएल सोसाइटी में एक खास बैठक के दौरान, इसका नाम बदलकर पीएमएमएल सोसाइटी करने का फैसला लिया गया था.

संस्कृति मंत्रालयल ने कहा कि यह तय हुआ था कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी किया जाएगा.

यह निर्णय मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, ने की, जो सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं.


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