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Tuesday, 5 November, 2024
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‘सुरक्षा कारणों से खरगे नहीं गए लाल किला’ स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए कांग्रेस नेता

लाल किले पर आयोजित समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम की कुर्सी लगी थी, लेकिन वे वहां मौजूद नहीं थे. सोशल मीडिया पर खाली कुर्सी की तस्वीर वायरल हो रही है.

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नई दिल्ली: देश मंगलवार को 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दसवीं बार लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया, लेकिन कांग्रेस इसमें शामिल नहीं हुई.

लाल किले पर आयोजित समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम की कुर्सी लगी थी, लेकिन वे वहां मौजूद नहीं थे. सोशल मीडिया पर खाली कुर्सी की तस्वीर वायरल हो रही है.

इसकी वजह बताते हुए कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे पहले से ही स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों में व्यस्त हैं. कई केंद्रीय मंत्री भी लाल किले तक नहीं पहुंच सके.

लाल किले नहीं जाने की बात पर खरगे ने कहा, पहली बात मुझे आंखों से संबंधित को समस्या है. दूसरी बात मुझे अपने आवास पर 9:20 को और कांग्रेस मुख्यालय में भी तिरंगा फहराना था. सुरक्षा इतनी कड़ी है कि प्रधानमंत्री के जाने से पहले किसी और को जाने नहीं दिया जाता…मुझे लगा कि मैं यहां समय पर नहीं पहुंच पाऊंगा…समय को देखते हुए मैंने सोचा कि सुरक्षा की स्थिति और कमी के कारण वहां न जाना ही बेहतर होगा.

हालांकि, उनके दफ्तर ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे सुरक्षा कारणों की वजह से लाल किला नहीं गए. उन्हें अपने घर और पार्टी दफ्तर में भी झंडा फहराना था. इसलिए, उनको वापस लौटना था.

पीएम नरेंद्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. हालांकि, इस दौरान उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन परिवारवाद को लेकर पार्टी पर निशाना साधा.

पीएम ने कहा, ‘‘आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है. किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए.’’

खरगे ने दिन में सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी थी.

उन्होंने एक वीडियो भी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और अपनी सरकार की नीतियों के बारे में बात की.

उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘लोकतंत्र और संविधान हमारी देश की आत्मा है. हम यह प्रण लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता कायम रखेंगे.जय हिन्द.’’

पार्टी दफ्तर में ध्वजारोहण के बाद खरगे ने कहा, ‘‘सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.हमारे पूर्वजों ने राष्ट्रीय आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर, देश की नींव को सशक्त करने का काम किया है.हम उन्हें नमन करते हैं.’’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि मौजूदा समय में लोकतंत्र, संविधान और संस्थान, तीनों के लिए खतरा पैदा हो गया है.

उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने एक संदेश में यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) अन्याय के खिलाफ खड़ा होगा और जीतेगा.

खरगे ने कहा, ‘‘आज़ादी के बाद पिछले सत्तर सालों में भारत विश्व में एक मज़बूत शक्ति बन कर उभरा है. यह रातों रात नहीं हुआ. राष्ट्र निर्माण एक सतत प्रक्रिया है. आज़ादी के हमारे महानायकों ने, पूर्व प्रधानमंत्रियों ने और भारत की जनता ने अपने योगदान से इस सपने को साकार किया है.’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आज कल कुछ लोग ऐसा जताते हैं कि भारत की प्रगति पिछले कुछ वर्षों में ही हुई है…वह गलत सोचते हैं.’’

उन्होंने कहा, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मौलाना आज़ाद, राजेंद्र प्रसाद, सरोजिनी नायडू ने राष्ट्र के लिए बहुमूल्य योगदान दिया.

उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेज़ी सरकार ने भारत की स्थिति ऐसी कर दी थी कि यहां सुई भी नहीं बनती थी. तब पंडित नेहरू जी ने यहां बड़े-बड़े उद्योग खुलवाए, स्टील प्लांट लगवाए और भाखड़ा नांगल, नागार्जुन सागर डैम बनवाए. IIT, IIM, AIIMS जैसे संस्थानों की शुरुआत हुई. स्पेस रिसर्च और एटमिक एनर्जी रिसर्च की नींव रखी.’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत में अनाज की कमी हुई, तब लाल बहादुर शास्त्री जी और इंदिरा गांधी जी ने हरित क्रांति लाकर देश को अनाज में आत्मनिर्भर बनाया. श्वेत क्रांति ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बनाया.’’

उन्होंने यह भी कहा कि जब पूरा विश्व पश्चिमी पाकिस्तान के क्रूर तांडव को देख नहीं पा रहा था, तब भारत ने इंदिरा गांधी के नेतृत्व में दुनिया का नक़्शा बदला और बांग्लादेश को आज़ादी दिलाई.

खरगे ने कहा कि जब भारत में कुछ लोग प्रौद्योगिकी का विरोध करते थे तब राजीव गांधी ने भारत को इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार किया .

उनके मुताबिक, ‘‘तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने डॉ मनमोहन सिंह के साथ मिलकर 1991 में आर्थिक उदारीकरण कर, देश को दुनिया के साथ जोड़ा और अर्थव्यवस्था को मज़बूत किया. अटल बिहारी वाजपेयी सहित अन्य प्रधानमंत्रियों ने भी राष्ट्रहित में योगदान दिया और भारत की विकास की यात्रा को आगे बढ़ाया.’’

खरगे ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए बहुत पीड़ा हो रही है कि आज लोकतंत्र, संविधान और संस्थान — तीनों पर बहुत बड़ा ख़तरा है.’’

उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए नये नये हथकंडे अपनाए जा रहे है. ‘‘सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग के छापे तो हो रहे हैं, निर्वाचन आयोग को भी कमज़ोर किया जा रहा है. संसद में विपक्ष के सांसदों को निलंबित कर उनकी आवाज़ को कुचलने की कोशिश की जा रही है. किसी का माइक बंद हो रहा है या किसी के शब्द कार्यवाही से हटाए जा रहे हैं. विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव लाए जा रहे हैं.’’

खरगे ने कहा कि आने वाले वक्त में शायद लोग विश्वास ना करें कि किसी समय हमारे देश में ऐसी भी सरकार थी जिसके तहत सत्ता पक्ष के लोग ही, विधायिकाओं में सदन की कार्यवाही अवरुद्ध करते थे.

उन्होंने कहा, ‘‘महान लोग नया इतिहास लिखने के लिए, पुराने इतिहास को मिटाया नहीं करते. वो अपनी लकीर बड़ी खींचते हैं, पहले से खींची लकीर को काट या मिटाकर छोटा नहीं करते. ’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो सरकार हमेशा नाम बदलकर पिछली सरकारों के कामकाज का श्रेय लेने के प्रयास में लगी रहती है…, देखिये उन्होंने क्या हासिल किया? पुरानी चल रही योजनाओं को नया नाम दे दिया. पुरानी आधारभूत परियोजनाओं पर नये पत्थर लगाकर अपना नाम जोड़ दिया. दशकों से चल रही पुरानी संवैधानिक प्रणालियों को तोड़- मरोड़ कर, तानाशाही के नये आयाम देकर, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने का काम किया जा रहा है.’’

उन्होंने दावा किया कि अब वे उन पुराने क़ानूनों का नाम बदलकर, इतिहास रचने की क़वायद कर रहे हैं जिन्होंने देश को स्थिरता प्रदान की, शांति प्रदान की .

खरगे ने कहा, ‘‘पहले “अच्छे दिन” की बात की, फिर ‘न्यू इंडिया’ की बात की, और अब अमृतकाल की बात करते हैं. क्या ये अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए, नाम बदलना नहीं हुआ?’’

उन्होंने कहा, ‘‘जहां भी अन्याय होगा, कांग्रेस पार्टी न्याय स्थापित करेगी, लड़ेगी और आवाज़ उठाएगी. युवाओं के अधिकारों के लिए, किसानों की भलाई के लिए, महिलाओं के सम्मान के लिये, समाज के वंचितों को न्याय के लिये, छोटे व्यापारियों की कमाई के लिये, कांग्रेस खड़ी है. ‘इंडिया’ खड़ा है.’’

खरगे ने कहा, ‘‘लोकतंत्र और संविधान हमारे देश की आत्मा हैं. इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम यह प्रण लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता क़ायम रखेंगे. इसी दृढ़ संकल्प के साथ, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की पुनः बधाई. जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!’’


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