भले ही आप स्किन की देखभाल के प्रति बहुत उत्सुक नहीं हैं, फिर भी आपने शायद ‘क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग’ या सीटीएम रूटीन को देखा होगा, जबकि 90 के दशक से टीवी विज्ञापनों में फेस वॉश और मॉइस्चराइज़र हमेशा छाए रहे हैं, यह टोनर ही था जिसने पिछले कुछ दशकों में बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल की है. यह स्किन की देखभाल की लगातार विकसित हो रही दुनिया में एक मुख्य सामान बन गया है — क्योंकि उत्साही लोग स्किन की बनावट को निखारने और छिद्रों (Pores) को कसने की इसकी क्षमता की सराहना करते हैं.
लेकिन किसी भी लोकप्रिय धारणा की तरह, फैक्ट को कल्पना से अलग करना ज़रूरी है. अगर आप अपने पोर्स को चमत्कारिक रूप से छोटा करने के लिए टोनर पर भरोसा कर रहे हैं, तो आपको फिर से सोचना चाहिए.
इसके पीछे की शारीरिक रचना
जब स्किन की देखभाल और सुंदरता की बात आती है, तो अगर कोई ऐसी चीज़ है जिसके बारे में ज्यादातर लोग चिंतित हैं तो वो है ‘ओपन पोर्स’ की प्रॉब्लम. हमारी स्किन के पोर्स हमारे सबसे बड़े अंग के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण कार्य करते हैं, जिससे पसीने और तेल को हमारी स्किन को हाइड्रेटेड और ठंडा रखने के लिए सतह तक पहुंचने की अनुमति मिलती है.
लेकिन जब ये छोटे-छोटे बिंदु अधिक ध्यान देने योग्य हो जाते हैं और आपकी स्किन संतरे के छिलके जैसी दिखने लगती है, तो आपको प्रॉब्लम हो सकती है, लेकिन ऐसा क्यों होता है?
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी स्किन में कई बदलाव आते हैं — स्किन की कसावट और कोलेजन बनने में कमी आती है, जिससे पोर्स के आसपास कम समर्थन मिलता है, जिसके परिणामस्वरूप इनका आकार बढ़ जाता है. इसके अलावा, अगर आपकी स्किन Oily है, तो आपके पोर्स बड़े और बाहर दिखाई देने लगते हैं और आसानी से गंदगी या अतिरिक्त सीबम से बंद हो सकते हैं, जो बदले में आपको सचेत महसूस कराता है और पुरुषों में महिलाओं की तुलना में बड़े पोर्स होते हैं. एण्ड्रोजन हार्मोन का अधिक स्तर पुरुषों में तेल उत्पादन को उत्तेजित करता है और इसलिए, ये बड़े छिद्रों का कारण बनता है.
लेकिन, यह सब कुछ नहीं हैं.
यहां तक कि एसपीएफ के बिना धूप में निकलने से भी कोलेजन को नुकसान हो सकता है, जिससे आपके पोर्स अधिक उभर सकते हैं. दूसरा दोषी धूम्रपान है, जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव हो सकता है जो स्किन के स्वास्थ्य और लचीलेपन को प्रभावित करता है.
ऐसा कहने के बाद, पोर्स की उपस्थिति अन्य कारकों जैसे तेल उत्पादन, रुकावट और स्किम लोच (elasticity) के कारण भी भिन्न हो सकती है. बंद पोर्स के फैलने की संभावना सबसे अधिक होती है, जबकि साफ पोर्स छोटे और अधिक परिष्कृत दिखते हैं.
बहरहाल, एक मिथक को दूर करने की ज़रूरत है: टोनर पोर्स को छोटा कर सकते हैं. हालांकि, वे निश्चित रूप से स्किन की समग्र उपस्थिति को बढ़ा सकते हैं और अस्थायी कसाव प्रदान कर सकते हैं, टोनर पोर्स के आकार को स्थायी रूप से कम नहीं कर सकते हैं.
तो फिर आप खुले पोर्स की समस्या का समाधान कैसे कर सकते हैं?
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इन गाइडलाइंस का पालन करें
सैलिसिलिक एसिड और रेटिनॉल: पोर्स की प्रमुखता को कम करने के लिए ये आपके दो पसंदीदा ऑप्शन होने चाहिए. सैलिसिलिक एसिड पोर्स को खोलता है और स्किन को एक्सफोलिएट करता है, जबकि रेटिनॉल कोलेजन के उत्पादन को उत्तेजित करता है, जिसके परिणामस्वरूप स्किन की बनावट चिकनी हो जाती है.
आइसिंग: यदि आप तुरंत समाधान की तलाश में हैं, तो आइसिंग अस्थायी रूप से पोर्स को छोटा करने में मदद कर सकती है. अपने चेहरे पर ठंडा सेक लगाने या बर्फ के टुकड़े को धीरे से रगड़ने से स्किन में कसाव आएगा और पोर्स छोटे दिखेंगे.
माइक्रोनीडलिंग: खुले पोर्स को लक्षित करने के लिए क्लिनिकल ट्रीटमेंट की तलाश कर रहे लोगों के लिए यह विधि एक अच्छा ऑप्शन है. यह स्किन में विनियमित सूक्ष्म चोटों को भरने, कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा देने और स्किन की बनावट को बढ़ाने के लिए छोटी सुइयों का उपयोग करता है, जो अंततः पोर्स की विजिबिलिटी को कम करने में मदद कर सकता है.
लेज़र ट्रीटमेंट: पोर्स के आकार को कम करने के लिए CO2 और अर्बियम याग (Er: YAG) लेज़र प्रभावी विकल्प हैं. वो न केवल कोलेजन के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं बल्कि स्किन की जकड़न और elasticity में सुधार करने में भी मदद करते हैं. इसके अलावा, (Er: YAG) नई और हेल्थी स्किन को प्रोत्साहित करने के लिए बाहरी परत को हटा देता है.
धूम्रपान को कहें NO: स्किन की किसी भी स्थिति को अंदर से ठीक किया जा सकता है, इसलिए खुले पोर्स की प्रॉब्लम का इलाज धूम्रपान, हुक्का या वेपिंग छोड़ने से शुरू होना चाहिए. ये आदतें आपके शरीर में बहुत सारे केमिकल्स पैदा करती है जो न केवल इसकी बनावट को प्रभावित करती हैं बल्कि पोर्स का भी विस्तार करती हैं.
एक अच्छे स्किन रुटीन को करें फॉलो: गंदगी और अतिरिक्त तेल को हटाने और बंद पोर्स को रोकने के लिए एक सौम्य क्लींजर का उपयोग करके शुरुआत करें. पोर्स को साफ रखने और उनकी उपस्थिति को कम करने के लिए, नियमित रूप से सैलिसिलिक एसिड या ग्लाइकोलिक एसिड का उपयोग करके एक्सफोलिएट करें. अपनी स्किन को कोमल और हाइड्रेटेड रखने के लिए, गैर-कॉमेडोजेनिक मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें. स्किन को यूवी जोखिम से बचाने के लिए हर समय सनस्क्रीन लगाएं. गैर-कॉमेडोजेनिक उत्पादों और सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग करके पोर्स के खतरे को कम करें और इन्हें पूरी तरह से कम करने के सर्वोत्तम परिणामों को प्राप्त करने के लिए दिन में दो बार अपना चेहरा साफ करना सबसे ज़रूरी है.
जबकि आजकल असंख्य उत्पाद और ट्रीटमेंट पोर्स को छोटा करने का दावा करते हैं, यह पहचानना ज़रूरी है कि उनकी प्रभावशीलता भिन्न हो सकती है और समय के साथ खत्म हो सकती है. खुले पोर्स के बारे में गंभीर चिंताओं के लिए, इससे संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए सर्वोत्तम रणनीति सुनिश्चित करते हुए और वैयक्तिकृत ट्रीटमेंट प्राप्त करने के लिए हमारी स्किन के प्रकार और चिंताओं के आधार पर एक्सपर्ट की सलाह लेने के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से परामर्श किया जाना चाहिए.
(डॉ. दीपाली भारद्वाज डर्मेटोलॉजिस्ट, एंटी-एलर्जी एक्सपर्ट, लेज़र सर्जन और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित सौंदर्यशास्त्री हैं. उनका ट्विटर हैंडल @dermatdoc है. व्यक्त किए गए विचार निजी हैं.)
(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)
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