नई दिल्ली: सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात को गुरुग्राम की अंजुमन जामा मस्जिद में दंगे और एक इमाम की हत्या के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मंगलवार को दर्ज एफआईआर के अनुसार, हरियाणा के नूंह जिले में एक धार्मिक जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़पों के बाद टार्गेट कर किए गए हमलों में, गुरुग्राम के सेक्टर 57 में स्थित अंजुमन जामा मस्जिद को 90-100 लोगों की भीड़ ने आग लगा दी थी. नायब इमाम मौलाना साद पर कई बार चाकू से हमला किया गया, जबकि मस्जिद के कार्यवाहक खुर्शीद आलम को गोली लगी और वह इस समय एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं.
गुरुग्राम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है- अंकित, राहुल, रविंदर और राकेश. वे पड़ोसी गांव तिगरा के रहने वाले हैं. मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपी किसी संगठन या संगठन से जुड़े हैं, अधिकारी ने कहा, “इसकी जांच की जा रही है.”
बुधवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी.के. अग्रवाल ने गिरफ्तारियों की पुष्टि की.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 22 वर्षीय नायब इमाम को कम से कम नौ बार चाकू मारा गया और घावों के कारण उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि उसकी गर्दन पर भी चाकू से वार के घाव थे.
जैसा कि दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट किया था, घटना के संबंध में दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है, “देर रात 12.15 बजे, 90-100 लोगों का एक समूह मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुआ और उसे लाठियों और हथियारों के साथ चारों तरफ से घेर लिया. उनमें से कुछ ने अपने चेहरे मास्क से ढके हुए थे. उनके हाथों में लाठी-डंडे और हथियार थे. उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाए और मस्जिद को घेर लिया”.
इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि जब पुलिस के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों ने आग बुझाने की कोशिश की, तो कुछ ने मस्जिद में प्रवेश किया और गोलीबारी की.
मंगलवार दोपहर को, एक भीड़ ने गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में कई दुकानों और झोपड़ियों को आग लगा दी थी, जिनमें से ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से संबंधित थीं. बुधवार को विश्व हिंदू परिषद और उसकी युवा शाखा बजरंग दल ने कई विरोध प्रदर्शन किए.
गुरुग्राम पुलिस ने कुल 15 एफआईआर दर्ज की हैं और करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है. नूंह पुलिस ने अब तक 26 एफआईआर दर्ज की हैं और 116 लोगों को गिरफ्तार किया है.
(अनुवाद/ पूजा मेहरोत्रा)
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: AK-47 से कार्बाइन तक, लूटे गए 3,422 हथियार अब भी लोगों के पास, ‘रिकवरी तक मणिपुर में हिंसा नहीं होगी खत्म’