नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में महिला उम्मीदवारों के साथ हुए यौन हिंसा की घटनाओं को याद करते हुए भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी का कैमरे के सामने दर्द झलक आया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव में महिलाओं के साथ अत्याचार और हिंसा शर्मनाक है.
लॉकेट ने 8 जुलाई को हावड़ा जिले में भाजपा उम्मीदवार के साथ हुई एक घटना का जिक्र किया. चटर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में हुई यौन हिंसा पर बोला है और साथ ही अन्य राज्यों को भी कानून व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा है.
चटर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया.
#WATCH | BJP MP Locket Chatterjee breaks down as she recounts an alleged incident of sexual assault by TMC workers of a BJP candidate during Panchayat polls on 8th July in Howrah district of West Bengal pic.twitter.com/45VdDGqDXi
— ANI (@ANI) July 21, 2023
चटर्जी ने कहा, “कांग्रेस ने भी अब ममता बनर्जी से हाथ मिला लिया है. इसलिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी दोनों चुप हैं. ये लोग दूसरे राज्यों में रोते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल के मुद्दे पर चुप हैं.” उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की महिलाएं भी इस देश की बेटियां हैं.
उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल भी भारत का हिस्सा है. हम भी अपनी बेटियों को बचाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि आप हमारे क्षेत्र की बेटियों के बारे में भी बात करें.”
चटर्जी का बयान मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने वाले वीडियो के वायरल होने के बाद आया. इस घटना के बाद राजनीतिक पार्टियों सहित आम नागरिकों की तरफ से भी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
चटर्जी ने कहा, “मणिपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, हम इसकी निंदा करते हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल में जो हुआ वह उतना ही शर्मनाक है. पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव ‘पंचायत चुनाव’ नहीं बल्कि ‘खून का चुनाव’ रहे हैं. ये चुनाव महिलाओं के खिलाफ हिंसा और अत्याचार के शर्मनाक दौर के अलावा और कुछ नहीं थे.”
चटर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते समय रो पड़ीं और लोगों से पश्चिम बंगाल की बेटियों पर भी ध्यान देने का आग्रह किया.
बीजेपी सांसद ने कहा कि 11 जुलाई को डोमजूर में काउंटिंग के दिन टीएमसी उम्मीदवार पर हमला किया गया था. उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई लेकिन कोई वीडियो नहीं है क्योंकि लोग बूथ के अंदर बंदूकें लेकर जा रहे थे. क्या हम ऐसे मुद्दों पर तभी बात करेंगे जब कोई वीडियो वायरल होगा? हर कोई इन मामलों में चुप्पी क्यों साधे हुए है?”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए लॉकेट ने पंचायत चुनावों को ”खूनी चुनाव” करार दिया.
भाजपा सांसद ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा और अत्याचार के काफी मामले तो दर्ज भी नहीं हो पाते. रोते हुए उन्होंने कहा, “महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद ममता बनर्जी महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को नहीं रोक रही हैं.”
चटर्जी ने कहा कि 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दिन ग्राम सभा की एक महिला उम्मीदवार को पंचला में बूथ के अंदर नग्न कर दिया गया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया. उन्होंने कहा, “लेकिन कोई वीडियो नहीं है क्योंकि वहां मौजूद सभी लोगों के हाथों में बंदूकें थीं.”
बीजेपी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “मणिपुर में हुई घटना बहुत दुखद है, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. ऐसी घटनाएं कहीं भी नहीं होनी चाहिए. लेकिन बंगाल के दक्षिण पंचला में बीजेपी की एक महिला सदस्य को पंचायत चुनाव लड़ने पर नग्न कर घुमाया गया. क्या यह मणिपुर से कम निराशाजनक है?”
उन्होंने कहा कि फर्क सिर्फ इतना है कि उस विशेष घटना का कोई वीडियो नहीं है. मजूमदार ने कहा, “क्योंकि ममता बनर्जी की पुलिस और गुंडे किसी को कुछ भी रिकॉर्ड करने की इजाजत नहीं देते हैं.”
चटर्जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद, भाजपा ने एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों को उजागर किया गया. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा, “मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान में हर दिन 17 से 18 बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं और हर दिन लगभग 5 से 7 हत्या के मामले दर्ज किए जाते हैं.”
उन्होंने कहा, “जब कांग्रेस की महिला विधायक से राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं के बारे में सवाल किया जाता है तो वह कहती हैं कि मैं सुरक्षा में रहते हुए भी सुरक्षित नहीं हूं.”
(संपादन: कृष्ण मुरारी)
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