पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद और टोबैगो) : दूसरे टेस्ट के लिए आज यानि बृहस्पतिवार को जब भारत और वेस्टइंडीज एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेंगे तो इतिहास बनेगा, दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ 100वां टेस्ट मैच खलने जा रही हैं. अब तक खेले गए 99 टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने सबसे ज्यादा 30 और भारत ने 23 मैच जीते हैं.
वहीं 80-90 का दशक में वेस्टइंडीज का पलड़ा भारी था तो आज 21वीं सदी में भारत आगे है.
इसके अलावा आज के मैच में विराट कोहली अपना 500वां अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलेंगे और उनके पास इतिहास रचने का मौका है. अगर वह आज वेस्टइंडीज के खिलाफ हो रहे हैं दूसरे टेस्ट मैच में 74 रन बना लेते हैं तो वह अफ्रीकी खिलाड़ी जैक्स कैलिस से आगे निकल जाएंगे. बीसीसीआई ने ट्वीट कर विराट को 500वें इंटरनेशनल मैच खेलने के लिए बधाई दी है.
500 reasons to admire the journey!
Congratulations to Virat Kohli on his 5️⃣0️⃣0️⃣th international match for #TeamIndia 🇮🇳🫡#WIvIND | @imVkohli pic.twitter.com/Y9lez80Q97
— BCCI (@BCCI) July 20, 2023
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80-90 के दशक में वेस्टइंडीज तो अब इंडिया है आगे
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो दौर तक प्रतिद्वंदिता चली है. पहली, जब वेस्टइंडीज क्रिकेट में एक जबर्दस्त ताकत था और भारत कमतर था. और दूसरा, उसने भारत के क्रिकेटिंग सुपरपावर के तौर पर उभरते हुए देखा, जबकि वेस्टइंडीज ने अपना पुराना गौरव और प्रतिष्ठा को खो दी है जो उसने 80 और 90 के दशक में हासिल की थी.
इनमें वे अभी 99 टेस्ट क्रिकेट मैच खेले हैं. जिसमें से भारत ने 23 जबकि वेस्टइंडीज ने 30 मैच जीते हैं, और भारत की जीत का औसत 23.23 है. 46 मैच ड्रॉ हुए हैं.
घरेलू मैदान पर विंडीज के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड ऐतिहासिक तौर पर बहुत अच्छा नहीं रहा है, उसने 13 मैच जीते हैं, जबकि 14 मैच गंवाए हैं और 20 मैच ड्रॉ रहे हैं. भारत के जीत का औसत 27.65 रहा है. वेस्टइंडीज का अपनी सरजमीं पर भारत पर दबदबा रहा है. 52 मैच में भारत ने 10 मैच जीते हैं, जबकि वेस्टइंडीज ने 16 मैच जीते हैं और 26 मैच ड्रॉ हुए हैं. वेस्टइंडीज में भारत का जीत का औसत 19.23 रहा है.
लेकिन 21वीं सदी में, रिकॉर्ड भारत के पक्ष में काफी झुके हुए हैं. 21वीं सदी में दोनों देशों ने 29 मैच खेले हैं. इनमें से भारत ने 16 मैच जीते हैं जबिक वेस्टइंडीज ने केवल 2 और 11 मैच ड्रॉ हुए हैं. भारत के जीत का औसत 55.17 रहा है.
घरेलू मैदान पर 10 टेस्ट मैचों में भारत ने 8 मैच जीते हैं जबकि 2 मैच ड्रॉ रहै हैं. यहां भारत का 80 फीसदी जीत का औसत रहा है. भारत ने कैरेबियन मैदान पर भी अपने रिकॉर्ड सुधारे हैं. वेस्टइंडीज में खेले गए 19 मैचों में भारत ने 8 मैच जीते हैं जबकि 2 हारे हैं और 9 मैच ड्रॉ हुए हैं. भारत ने जीत के प्रतिशत में सुधार कर 42.19 किया है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा रन गावस्कर के
भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन सुनील गावस्कर ने बनाए हैं. उन्होंने 27 मैच में कुल 2749 रन बनाए, जो कि 65.45 प्रतिशत का औसत है, जिसमें 13 शतक और 7 अर्धशतक शामिल है. उनके बाद राहुल द्रविड़ हैं, जिन्होंने 23 मैचों में 1978 रन बनाए हैं और औसत 63.80 प्रतिशत है, जिनमें 5 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. वीवीएस लक्ष्मण का भी वेस्टइंडीज के खिलाफ जबर्दस्त रिकॉर्ड है, जिन्होंने 22 मैच में 1715 रन बनाए हैं और औसत 57.16 का है, जिनमें 4 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं.
अभी के भारतीय खिलाड़ियों में, सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली हैं, जिन्होंने 15 टेस्ट मैच में 898 रन बनाए हैं जिनका औसत 44.90 है, जिसमें 2 शतक और 6 अर्धशतक शामिल है.
वेस्टइंडीज की तरफ से क्लाइव लिल्याड सबसे आगे
वेस्टइंडीज की तरफ से 28 मैच में सबसे ज्यादा क्लाइव लिल्याड ने 2344 रन बनाए हैं, जिनका औसत 58.60 है. जिन्होंने भारत के खिलाफ 7 शतक और 12 अर्धशतक बनाए हैं. शिवनारायण चंद्रपाल 25 मैचों में 2171 रन बनाए हैं जो कि 63.85 का औसत है, जिसमें 7 अर्धशतक और 10 शतक शामिल है. लेजेंड्री विव रिचर्ड्स ने 23 मैच में 1978 रन बनाए हैं जिनका औसत 50.71 है, जिनमें 8 शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं.
वेस्टइंडीज की ओर से अभी के खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान क्रेग ब्रेथवेट हैं जिन्होंने 12 टेस्ट मैच में 475 रन बनाए हैं, जिनका 21.59 का औसत है और 4 अर्धशतक शामिल हैं.
वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे विकेट कपिल देव ने लिए हैं
टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वालों में कपिल देव हैं, जिन्होंने 25 टेस्ट मैच में 89 विकेट चटकाए हैं. उनके बाद स्पिन बॉलर अनिल कुम्बले ने 17 टेस्ट मैच में 74 विकेट्स लिए हैं और उनके बाद रविचंद्रन अश्विन 72 मैच में 12 विकेट चटकाए हैं.
भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले मलकोलम मार्शल हैं, जिन्होंने 17 मैच में 76 विकेट लिए हैं. उनके बाद एंडी रॉबर्ट्स है जिन्होंने 14 मैच में 67 विकेट लिए हैं और डब्ल्यूडब्ल्यू हाल, जिन्होंने 13 मैच में 65 विकेट चटकाए हैं.
अभी के खिलाड़ियों में वेस्टइंडीज की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले जेसन होल्डर हैं, जिन्होंने 8 मैच में 14 विकेट लिए हैं.
आज के मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ी
भारती दल : यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा (कैप्टन) शुभमन गिल, विराट कोहली, आजिंक्य रहाणे, रविंद्र जडेजा, ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज, रितुराज गायकवाड़, सिरीकर भारत, अक्षर पटेल, नवदीप सैनी, मुकेश कुमार.
वेस्टइंडीज का दल : क्रेग ब्रेथवेट, तागेनारिन चंद्रपॉल, जर्मेन ब्लैकवुड, अलिक अथनाज़, जोशुआ दा सिलवा (विकेटकीपर), जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, रहकीम कॉर्नवाल, केमार रोच, जोमेल वारिकन, शैनन गेब्रियल, किर्क मैकेंज़ी, केविन सिनक्लेयर.
विराट कोहली रचेंगे इतिहास, द्रविड़ ने की तारीफ
दोनों देश के बीचे होने वाले दूसरे टेस्ट में आज विराट कोहली इतिहास रच सकते हैं. अगर वह आज 74 रन बनाते हैं तो दिग्गज ऑलराउंडर अफ्रीकी खिलाड़ी जैक्स कैलिस से आगे निकल जाएंगे. जिनके नाम अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 25,461 रन दर्ज हैं. वहीं सचिन तेंदुलकर के इंटरनेशनल मैच में कुल 34,357 रन हैं.
🎥 With the #AsiaCup2023 fixtures announced, here's what #TeamIndia Head Coach Rahul Dravid said 🔽 pic.twitter.com/ycEWukD5zW
— BCCI (@BCCI) July 19, 2023
बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ का एक वीडियो ट्वीट किया है. जिसमें राहुल द्रविड़ ने विराट कोहली की जमकर तारीफ की है और उन्हें अविश्वसनीय खिलाड़ी बताया है.
उन्होंने कहा है, “विराट कोहली बाकी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं. वह पर्दे के पीछे जो कोशिश करते हैं वह अविश्वसनीय होती है.”
द्रविड़ ने कहा,‘‘ उनके ( कोहली) आंकड़े स्वयं ही सारी कहानी बयां करते हैं. वह सब रिकॉर्ड बुक में दर्ज हैं. इसमें कोई संदेह नहीं कि वह अपनी टीम के कई खिलाड़ियों तथा भारत के कई लोगों, लड़कों और लड़कियों के लिए वास्तविक प्रेरणास्रोत हैं.’’
उन्होंने कहा,‘‘ विराट की इस यात्रा को देखना अच्छा लगता है. जब मैं उसके साथ पहली बार खेला तो वह काफी युवा था. उसने जो कुछ हासिल किया और जो उपलब्धियां हासिल कर रहा है, उसे मैंने बहुत प्रेरणा के साथ देखा.’’
द्रविड़ ने कहा कि कोहली का लंबा करियर और तीनों प्रारूप में उपलब्धियां पर्दे के पीछे के बलिदान और कड़ी मेहनत का परिणाम हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता था कि यह उनका 500वां अंतरराष्ट्रीय मैच है. मेरे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि मैं उनके पर्दे के पीछे के प्रयासों और कड़ी मेहनत को देखता हूं जिसे कोई नहीं देख रहा होता है. एक कोच के लिए यह अच्छी बात है क्योंकि कई युवा खिलाड़ी उसे देखते हैं और प्रेरणा लेते हैं.’’
द्रविड़ ने कहा, ‘‘यहां पर्दे के पीछे की गई कड़ी मेहनत का परिणाम है. उन्होंने अपने करियर में कई बलिदान दिए और वह ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं. करियर लंबा खींचने के लिए कड़ी मेहनत, अनुशासन और सामंजस्य बिठाने की क्षमता जरूरी होती है और उन्होंने ऐसा करके दिखाया है.’’
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