नई दिल्ली: बीएसपी प्रमुख मायावती ने बुधवार को कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव वो अपने दम पर लड़ेंगी.
उन्होंने एकबार फिर एलान किया कि विपक्षी पार्टियों के नए गठबंधन INDIA और भाजपा के गठबंधन NDA के साथ नहीं बल्कि पंजाब और हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के साथ अपनी शर्तों के साथ चुनाव लड़ेंगी. वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बहुजन समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
बसपा सुप्रीमो ने कहा, “लोकसभा चुनाव का समय अब बेहद नज़दीक है. सत्ताधारी गठबंधन व विपक्षी गठबंधन की बैठकों का दौर चल रहा है, हालांकि इन मामलों में हमारी पार्टी भी पीछे नहीं है.”
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तरफ सत्ता पक्ष एनडीए अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की दलीलें दे रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी गठबंधन सत्ताधारी को मात देने के लिए कार्य कर रही है और इसमें बसपा भी पीछे नहीं है.
इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस और नए बन रहे विपक्ष के गठबंधन पर निशाना साधा और कहा, “कांग्रेस पार्टी अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टी के साथ गठबंधन करके फिर से सत्ता में आने की सोच रख रही है साथ ही एनडीए फिर से सत्ता में आने का दावा ठोक रही है. लेकिन इनकी कार्यशैली यही बताती है कि इनकी नीति और सोच लगभग एक जैसी ही रही है. यही कारण है कि बसपा ने इनसे दूरी बनाई है.”
उन्होंने आगे कहा, “ये पार्टियां लोगों के कल्याण के लिए काम नहीं करतीं. उन्होंने दलितों, मुसलमानों और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया है.” सभी एक जैसे हैं. जब वे सत्ता में आते हैं तो अपने वादे भूल जाते हैं. उन्होंने जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया. चाहे वो कांग्रेस हो या फिर बीजेपी. यही सबसे बड़ी वजह है कि बसपा ने विपक्ष से हाथ नहीं मिलाया है.
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