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Saturday, 23 November, 2024
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भारतीय लोगों ने खालिस्तानी समर्थकों का विरोध करते हुए कनाडा में लगाए वंदे मातरम के नारे, तिरंगा लहराया

वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन में खड़े भारतीय समुदाय के एक ने कहा कि वे भारतीय वाणिज्य दूतावास का समर्थन करने के लिए वहां हैं और खालिस्तानियों की धमकी के खिलाफ खड़े हुए हैं, जो भारतीय राजनयिकों को दी गई थी.

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नई दिल्ली: भारतीय समुदाय के सदस्य ने अपने राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास कार्यालय की सुरक्षा के लिए तिरंगे के साथ वाणिज्य दूतावास के बाहर एकत्र हुए और कनाडा के टोरंटो में खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन का एकजुट होकर मुकाबला किया.

प्रवासी भारतीयों को “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम”, “भारत जिंदाबाद” और “खालिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाते देखा गया और उन्होंने तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, “खालिस्तानी सिख नहीं हैं”, और “कनाडा खालिस्तानियों का समर्थन करना बंद करें.”

कथित वीडियो में खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों को तिरंगे का अपमान करते देखा जा सकता है.

कनाडा में प्रवासी भारतीयों में से एक सुनील अरोड़ा ने कहा, ”हम यहां खालिस्तानियों का सामना करने के लिए वाणिज्य दूतावास के सामने खड़े हैं. हम यहां खालिस्तानियों की बकवास को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और हम यहां भारत और कनाडा की एकजुटता के लिए हैं. वे गलत सूचना दे रहे हैं और कह रहे हैं कि वे हमारे राजनयिकों को मार डालेंगे जो कि है… और हम इसके पूरी तरह से खिलाफ हैं.”

भारतीय प्रवासियों के एक अन्य सदस्य, अनिल शिरिंगी ने कहा कि वे भारतीय वाणिज्य दूतावास का समर्थन करने के लिए वहां हैं और खालिस्तानियों की धमकी के खिलाफ खड़े हुए हैं, जो भारतीय राजनयिकों को दी गई थी.

वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन में खड़े भारतीय समुदाय के एक अन्य सदस्य विद्या भूषण धर ने कहा, “कनाडा एक शांतिपूर्ण देश है और हम शांतिपूर्ण रहना चाहते थे और हमें रहना भी चाहिए. मूलतः हम कनाडा सरकार को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वह इस पर संज्ञान ले कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है.”

उन्होंने आगे कहा, “जब आप किसी को बताते हैं कि आप किसी की हत्या कर रहे हैं या आप हत्या का कृत्य प्रदर्शित कर रहे हैं जैसा कि पिछले सप्ताह ब्रैंटन में हुआ था तो आप मूल रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं दिखा रहे हैं बल्कि आप तर्क और अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं. इसलिए कनाडा सरकार इसका संज्ञान लें.”

पिछले महीने कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या के बाद खालिस्तान समर्थक तत्वों ने शनिवार को ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मिशनों के बाहर रैलियां आयोजित करने की घोषणा की थी.

इसके बाद कनाडा और अमेरिका में भारतीय राजदूतों के साथ-साथ टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास को धमकी भरे पोस्टर लगाए गए.

पिछले कुछ महीनों में कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों से जुड़ी तीन बड़ी भारत विरोधी घटनाएं सामने आई हैं.

सूत्रों के मुताबिक, भारत ने सोमवार को कनाडा में 8 जुलाई को होने वाली खालिस्तान समर्थक रैली की जानकारी वाले पोस्टरों में अपने राजनयिकों को मिल रही धमकियों पर चिंता जताई. पोस्टरों में कनाडा में भारतीय राजदूत और टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास को धमकी दी गई थी.

कथित तौर पर सिख चरमपंथियों द्वारा प्रसारित पोस्टरों में कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास अपूर्व श्रीवास्तव का नाम लेते हुए उन पर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख निज्जर की कथित हत्या में भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया है.


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