scorecardresearch
Friday, 1 November, 2024
होमराजनीतिशरद पवार को लालू का समर्थन, बोले- राजनीति में रिटायरमेंट की कोई उम्र नहीं होती, विपक्षी एकता कायम रहेगी

शरद पवार को लालू का समर्थन, बोले- राजनीति में रिटायरमेंट की कोई उम्र नहीं होती, विपक्षी एकता कायम रहेगी

रविवार को शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने एनसीपी को तोड़ते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल हो गए थे. अजित को महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.

Text Size:

नई दिल्ली: एनसीपी में टूट के बाद से ही शरद पवार को विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है. सोनिया गांधी, ममता बनर्जी और नीतीश कुमार जैसे नेताओं के समर्थन के बाद अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने शरद पवार को समर्थन दिया है. मीडिया से बात करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा, “क्या वह किसी के कहने से सिर्फ वह रिटायर हो जाएंगे? क्या राजनीति में कोई बूढ़े होने पर रिटायर हो जाता है? राजनीति में रिटायरमेंट की कोई उम्र नहीं होती है. हम शरद पवार के साथ हैं. इससे विपक्षी एकता को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.” 

आरजेडी सुप्रीमो ने आगे कहा, “17 पार्टियों के लोग एकजुट हो रहे हैं. बीजेपी के लोगों को जो कहना है कहने दीजिए. अगले साल चुनाव में बीजेपी का सफाया होने जा रहा है. शरद पवार एक मजबूत नेता हैं, लेकिन ये सब उनके भतीजे की करतूत है.”

इससे पहले विपक्षी नेताओं में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी आदि ने शरद पवार को फोन कर अपना समर्थन दिया. 

बता दें कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार बीते रविवार को पार्टी को तोड़ते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शामिल हो गए थे. सरकार में अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया जबकि उनके साथ आए 8 और विधायकों को मंत्री बनाया गया.

आज दिल्ली में बैठक, कल हुआ था शक्ति प्रदर्शन

आज शरद पवार ने दिल्ली में पार्टी नेताओं से मुलाकात भी की. इससे पहले कल शक्ति प्रदर्शन को लेकर शरद पवार और अजित पवार ने पार्टी नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की. मुंबई के बांद्रा में हुई बैठक में अजित पवार ने नाम लिए बिना अपने चाचा शरद पवार पर जमकर हमला बोला. अजित पवार ने कहा, “मेरी दिली इच्छा है कि मुझे राज्य का प्रमुख बनना चाहिए. मेरे अपने कुछ प्लान हैं जो राज्य के हित में हैं, जिन्हें लागू करने के लिए मुख्यमंत्री बनना जरूरी है.”

साथ ही अजित ने अपने चाचा शरद पवार को रिटायरमेंट लेने की सलाह दे डाली. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में सरकारी नौकरी में रिटायरमेंट की उम्र 58 साल है. अगर आप आईएएस-आईपीएस हैं तो यह सीमा 60 साल है. बीजेपी में नेता 75 साल की आयु में रिटायर हो जाते हैं. लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी इसके उदाहरण हैं. लेकिन कुछ लोगों को यह समझ नहीं आता.”

शरद पवार के द्वारा बुलाई गई पार्टी नेताओं की मीटिंग में 18 नेता शामिल हुए थे. यह मीटिंग बलवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित की गई थी. इस मीटिंग में शरद पवार ने अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा, “ये करने से पहले उसे मुझसे बात तो करनी चाहिए थी. अगर उसके मन में कुछ संदेह था तो वह इसपर बात कर सकते थे. लेकिन उन्होंने बिना बताए अपने मन का किया.”


यह भी पढ़ें: ‘मेरी कोई गलती नहीं, मैं अलग कोख से पैदा हुआ’— अजित पवार ने चाचा शरद से बढ़ाया झगड़ा


 

share & View comments