नई दिल्ली: भारतीय खिलाड़ियों पर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के दौरान धीमी ओवरगति के लिए पूरी मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है. जबकि विवादित फैसले पर उन्हें आउट देने के लिये अंपायर के फैसले की आलोचना करने वाले शुभमन गिल पर 15 प्रतिशत अतिरिक्त जुर्माना लगा है.
आस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों पर भी धीमी ओवरगति के लिए मैच फीस का 80 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. आस्ट्रेलिया ने यह मैच 209 रन से जीता.
आईसीसी ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, “रविवार को आखिरी दिन का खेल खत्म होने के बाद ही इसकी पुष्टि हो गई कि धीमी ओवरगति के लिए भारत पूरी मैच फीस और आस्ट्रेलिया 80 प्रतिशत मैच फीस देगा.”
खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जो दिए गए समय में गेंदबाजी करने में विफल रहता है.
भारतीय टीम निर्धारित समय के भीतर पांच ओवर पीछे थी जबकि आस्ट्रेलिया चार ओवर पीछे रह गया था.
अंतिम एकादश में शामिल भारतीय खिलाड़ियों को 15 लाख रूपये प्रति टेस्ट ओर रिजर्व खिलाड़ियों को साढे सात लाख रूपये मिलते हैं.
ICC ने कहा कि शुभमन गिल पर ICC की आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है.
गिल को धारा 2.7 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान किसी घटना की सार्वजनिक निंदा या अनुचित बयान से संबंधित है.
इसके अलावा, गिल के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक अवगुण अंक जोड़ा गया है, जिनके लिए यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध था.
आईसीसी के फैसले का मतलब है कि गिल को पैसे वापस करने होंगे क्योंकि उन्होंने मैच फीस का 115 प्रतिशत प्रभावी रूप से जुर्माने के रूप में खर्च किया है.
भारत की दूसरी पारी के दौरान टीवी अंपायर रिचर्ड केटलबरो ने गिल को आउट करार दिया जिनका कैच पकड़ते समय कैमरन ग्रीन का हाथ जमीन को छू गया था. उस दिन का खेल खत्म होने के बाद गिल ने टीवी स्क्रीन का रिप्ले शॉट सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.
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