अहमदाबाद: सोमवार देर रात हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल्स के दौरान आखिरी दो गेंदों पर रविंद्र जडेजा के बल्ले से निकले छक्के और चौके के दम पर महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटंस को पांच विकेट से हराकर रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए पांचवीं बार इस खिताब को अपने नाम किया.
वहीं, पांचवां खिताब दिलाने के बाद संन्यास की अटकलों को खारिज करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि दर्शकों के प्यार को देखते हुए उन्हें तोहफा देने के लिए वे अगले सीज़न में फिर खेलेंगे.
मुंबई इंडियंस के बाद अब चेन्नई पांच खिताब (2010, 2011, 2018, 2021, 2023) जीतने वाली दूसरी टीम बन गई. इसके साथ ही इस सीज़न में हर मैदान को धोनी के लिए पीला समंदर बना देने वाले प्रशंसकों के चेहरे भी खिल उठे.
इस सीज़न की शुरुआत से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि यह धोनी का आखिरी सीज़न होगा. हर मैदान पर दर्शकों ने उन पर जिस तरह से प्यार लुटाया, उससे इसकी संभावना और प्रबल होती नज़र आ रही थी .
बारिश के कारण रिजर्व दिन पर खेले गए इस फाइनल का अंत किसी परीकथा से कम नहीं था. जीत के लिए डकवर्थ लुईस सिस्टम के आधार पर चेन्नई को 15 ओवर में 172 रन का संशोधित लक्ष्य मिला. पासा पल पल पलटता रहा और मोहित शर्मा ने यार्कर की बौछार करके गुजरात की जीत पर लगभग मुहर लगा दी थी, लेकिन जडेजा के इरादे कुछ और ही थे. चेन्नई को आखिरी दो गेंद पर दस रन की ज़रूरत थी और पांचवीं गेंद पर जडेजा ने लांग आफ पर छक्का जड़ डाला.
आखिरी गेंद पर जैसे ही उन्होंने चौका लगाया, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को छोड़कर चेन्नई की पूरी टीम मैदान पर दौड़ पड़ी. धोनी ने आंखों में आई नमी को छिपाने के लिए आंखें बंद कर ली. बाद में वे जश्न मनाने के लिए टीम के बीच पहुंचे.
गुजरात टाइटंस पर फाइनल में पांच विकेट से जीत के बाद धोनी से जब पूछा गया कि क्या यह उनका आखिरी सीज़न है, उन्होंने कहा,‘‘अगर परिस्थितियों को देखे तो मेरे लिए संन्यास लेने का यह सर्वश्रेष्ठ समय है. मेरे लिए यह कहना बहुत आसान है कि अब मैं विदा ले रहा हूं, लेकिन अगले नौ महीने तक कड़ी मेहनत करके लौटना और एक सीज़न और खेलना कठिन है.’’
उन्होंने कहा ,‘‘शरीर को साथ देना होगा. चेन्नई के प्रशंसकों ने जिस तरह से मुझे प्यार दिया, यह उनके लिए मेरा तोहफा होगा कि मैं एक सीज़न और खेलूं. उन्होंने जो प्यार और जज्बात दिखाए हैं, मुझे भी उनके लिए कुछ करना चाहिए.’’
धोनी ने कहा ,‘‘यह मेरे कैरियर का आखिरी दौर है. यहीं से शुरुआत हुई थी और पूरा स्टेडियम मेरा नाम ले रहा था. ऐसा चेन्नई में भी हुआ था, लेकिन मैं वापसी करके जितना खेल सकता हूं, खेलूंगा.’’
बता दें कि पहली पारी में बी साई सुदर्शन के 47 गेंद में 96 रन की मदद से गत चैम्पियन गुजरात टाइटंस ने चार विकेट पर 214 रन बनाए. सुदर्शन ने अपनी पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाए. उन्होंने महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाकर गुजरात को विशाल स्कोर दिया. शुभमन गिल 20 गेंद में 39 और रिधिमान साहा अर्धशतक बनाकर आउट हुए.
जवाब में चेन्नई की शुरुआत काफी आक्रामक रही और डेवोन कोंवे (25 गेंद में 47 रन ) तथा रूतुराज गायकवाड़ (16 गेंद में 26 रन ) ने पहले विकेट के लिए 39 गेंद में 74 रन जोड़े. अफगानिस्तान के नूर अहमद ने सातवें ओवर में दोनों को पवेलियन भेजकर गुजरात को मैच में लौटाया. अजिंक्य रहाणे 13 गेंद में 27 रन बनाकर मोहित का पहला शिकार बने.
दूसरे छोर पर शिवम दुबे को जमने में समय लगा, लेकिन राशिद को दो छक्के जड़कर उन्होंने हाथ खोले. अपना आखिरी मैच खेल रहे अंबाती रायुडू ने आठ गेंद में एक चौके और दो छक्के के साथ 19 रन बनाए. एक बार फिर मोहित ने 13वें ओवर में लगातार दो गेंदों पर विकेट लेकर गुजरात का पलड़ा भारी कर दिया. रायुडू के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे धोनी का खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शकों ने जमकर अभिवादन किया, लेकिन वे पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना डेविड मिलर को कैच दे बैठे.
इसके बाद से गुजरात के गेंदबाज हावी होने लगे और आखिरी दो ओवर में 22 तथा आखिरी ओवर में 14 रन की जरूरत थी. आखिरी ओवर की पहली चार गेंद मोहित ने यॉर्कर डाली और चार ही रन बने, लेकिन वे आखिरी दो गेंदों पर चूके और जडेजा ने गुजरात के हाथ आई जीत छीन ली.
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