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Tuesday, 26 November, 2024
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शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम हो सकती हैं सपा से उम्मीदवार, राजनाथ के खिलाफ उतरेंगी मैदान में

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस लखनऊ लोकसभा सीट से अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी और पूनम सिन्हा को चुनाव में समर्थन देगी.

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लखनऊ: शनिवार को पटना साहिब से लोकसभा सांसद और भाजपा के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनकी पत्नी पूनम सिन्हा के समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने की अटकलें तेज हो गई हैं. आज दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेस में शत्रुध्न सिन्हा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘कुछ भी हो सकता है.’ बता दें, लंबे समय से भाजपा के साथ चल रहे मनमुटाव के बाद शत्रुघ्न सिन्हा आज कांग्रेस में शामिल हो गए और वह पटना साहिब सीट से इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इस दौरान उन्होंने इन बातों को भी हवा दी जिससे यह साफ हो गया कि उनकी पत्नी देश के गृह मंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं.

राजनाथ के खिलाफ हो सकती हैं विपक्ष की साझा उम्मीदवार

बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा विपक्ष की साझा उम्मीदवार हो सकती हैं. शनिवार को बीजेपी के बागी नेता शत्रुघन सिन्हा कांग्रेस में शामिल हो गए. अब लखनऊ में पूनम का समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से एसपी के टिकट पर चुनाव लड़वे की चर्चा है. वहीं सूत्रों की मानें तो कांग्रेस भी लखनऊ लोकसभा सीट से अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारेगी और पूनम सिन्हा को चुनाव में समर्थन देगी.

 कौन हैं पूनम सिन्हा

पूनम सिन्हा माॅडल भी रह चुकी हैं. 70 के दशक में मॉडलिंग की. पूनम ने साल 1968 में मिस यंग इंडिया का खिताब अपने नाम करने के बाद मॉडलिंग के क्षेत्र में कदम रखा था. उसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में भी कदम रखा.

जितिन के न लड़ने के बाद हुआ फैसला

पहले कांग्रेस जितिन प्रसाद को लखनऊ सीट से चुनाव लड़ा रही थी लेकिन अब वह धौरहरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी होंगे. उन्होंने पार्टी आलाकमान को राजी कर लिया है. अब लखनऊ पर कांग्रेस को अपने संगठन में बड़ा चेहरा नहीं मिल रहा है. कांग्रेस ने एसपी-बीसपी गठबंधन के लिए सात लोकसभा सीटें छोड़ने की बात कही थी. ऐसे में लखनऊ की सीट भी उन सात सीटों में से एक हो सकती है.

समाजवादी पार्टी लखनऊ सीट पर राजनाथ सिंह को कड़ी चुनौती देना चाहता है इसलिए इस सीट पर संयुक्त रूप से उम्मीदवार उतारकर राजनाथ सिंह को घेरना चाहती है. अखिलेश यादव ने प्रेस काॅन्फ्रेंस के दौरान ये बात भी कही. उनका कहना था कि सपा सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में काफी विकास हुआ. इस कारण इस सीट पर सपा का दावा मजबूत है.

लखनऊ के समीकरण

पूनम सिन्हा सिंधी हैं जबकि उनके पति शत्रुघ्न सिन्हा कायस्थ हैं. लखनऊ में तीन लाख से अधिक कायस्त वोटर हैं और 1.3 लाख सिंधी वोटर्स हैं. इसके अलावा 3.5 लाख मुस्लिम वोटर्स हैं. ऐसे में पूनम सिन्हा को कमजोर नहीं माना जा सकता.हालांकि बीजेपी नेताओं का कहना है कि लखनऊ बीजेपी का गढ़ रहा है और यह आगे भी रहेगा. बाहर से लाया गया कोई भी उम्मीदवार लखनऊ के वोटरों पर कोई असर नहीं डाल पाएगा.

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह को लखनऊ सीट पर 5.5 लाख से अधिक वोट मिले थे. वह अपनी संसदीय सीट की सभी पांच विधानसभा सीटों पर भी सबसे आगे रहे थे. वहीं दूसरे स्थान पर कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी रही थीं जिन्हें 2, 88,357 वोट मिले थे.

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