दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है.
कीर्तिश भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आ रही बॉयोपिक पर व्यंग किया है. उन्होंने भाजपा द्वारा इस बॉयोपिक को राष्ट्रवाद से जोड़ने पर चुटकी लेते हुए पूछा है कि केवल राष्ट्रगान के समय खड़ा होना है या फिर पूरी फिल्म के दौरान.
मंजुल एलके आडवाणी द्वारा गुरुवार को लिखे ब्लाग, जिसमें उन्होंने लिखा था कि विविधता का आदर करना ही लोकतंत्र की पहचान है, पर व्यंग करते हुए कि किस तरह आडवाणी ने 90 के दशक में रथयात्रा निकाली थी. जिसने लोगों में नफरत के बीज बोए और 1992 में हुए बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए भी जिम्मेदार बना.
आलोक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा राहुल गांधी के दो सीटों से चुनाव लड़ने के फैसले पर आलोचना करने पर व्यंग करते हुए. स्मृति शायद भूल रही हैं कि 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी दो सीटों से चुनाव लड़ा था.
नाला पोनप्पा राहुल गांधी द्वारा वायनाड सीट से चुनाव लड़ने पर गांधी परिवार के वायनाड में हुए दखल को चित्रित करते हुए.
संदीप अध्वर्यु चुनाव आयोग पर व्यंग करते हुए. क्रिकेट के ग्राउंड का चित्रण करते हुए उन्होंने दिखाया है कि किस तरह खेलने वाला मैदान ‘उबड़ खाबड़’ है.
सुहैल नक्शबंदी ने जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा सुरक्षा काफिले की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए घाटी में 270 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर 31 मई तक हर सप्ताह दो दिनों के लिए नागरिक यातायात पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय को चित्रित किया है.
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