इस्लामाबाद की अदालत द्वारा इमरान खान को दी गई जमानत उनकी गिरफ्तारी से भड़की हिंसा को शांत कर सकती है, लेकिन यह पाकिस्तान के पतन को नहीं रोक पाएगी. आर्थिक संकट और जिहादी हिंसा से घिरे पाकिस्तान को आग बुझाने के लिए स्थिरता की जरूरत है. विपक्षी नेता, जज और जनरल इसमें जानबूझकर आग लगाने का काम कर रहे हैं.