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Saturday, 16 November, 2024
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इमरान की जमानत की PM शहबाज़ ने की निंदा, बुलाई कैबिनेट की बैठक, देश में इमरजेंसी की सिफारिश

शहबाज ने 9 मई को पाकिस्तान के इतिहास में एक काला दिन बताया. शरीफ ने कहा कि इमरान ने देश के साथ गद्दारी की.

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नई दिल्ली: पाकिस्तान में चल रहे दंगे और इमरान खान को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट से मिली ज़मानत के बाद देश के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने संघीय कैबिनेट को संबोधित किया जिसमे उन्होंने कहा कि, देश बड़े ही मुश्किल दौर से गुज़र रहा है. पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) देश को जो पहले से ही कई मुश्किलों का सामना कर रहा है उसे विनाश कि ओर धकेलने की कोशिश कर रहा है.

इसी बीच अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने दो हफ्ते की जमानत दे दी है.

अमेरिका द्वारा उनकी सरकार को हटाने की साजिश के बारे में इमरान के दावों का ज़िक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि एक से अधिक राष्ट्रीय सुरक्षा समिति में यह निष्कर्ष निकाला गया कि उनके आरोप झूठे थे.

इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ से कैबिनट ने देश में इमरजेंसी लागू करने की सिफारिश की है, जिसके लिए शुक्रवार शाम को 4:30 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है.

पीएम शहबाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा इमरान खान को दी गई जमानत की निंदा करते हुए कहा, ”सुप्रीम कोर्ट इमरान खान की दीवार बन गया है. सुप्रीम कोर्ट ने जो किया ऐसा कहीं नहीं होता है. उन्होंने कहा कि जब उन्हें (इमरान) अदालत में पेश किया गया, सीजेपी ने कहा कि आपको देखकर अच्छा लगा.”

शहबाज ने 9 मई को पाकिस्तान के इतिहास में एक काला दिन बताया. शरीफ ने कहा कि इमरान ने देश के साथ गद्दारी की. इमरान ने नवाज़ शरीफ को झुठे मुकदमें में फंसाया. नवाज शरीफ ने कभी कानून नहीं तोड़ा.

शहबाज ने इमरान की गिरफ्तारी के बाद देश भर में हुई हिंसा पर दुख जताया.

उन्होंने इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों पर दुख जताते हुए कहा कि 1973 के दौरान ढाका के पतन के बाद से ऐसा मंज़र नहीं देखा गया है. उन्होंने याद किया कि पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की मृत्यु के बाद भी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे, लेकिन कोई भी “सैन्य प्रतिष्ठानों की ओर नहीं बढ़ा”.

शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि, पीटीआई प्रदर्शनकारियों ने देश के शहीदों का अपमान किया है. ऐसा तो “हमारे दुश्मनों” ने भी नहीं किया था.

उन्होंने कहा कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले से बड़ा आतंकवाद हो ही नहीं सकता है. भारत पर बगैर निशाना साधे उन्होंने कहा, ”ये सब देखकर एक देश, जिसका मैं नाम नहीं लेना चाहता, जश्न मना रहा था कि जो 75 साल में नहीं हो पाया वो अब पाकिस्तान में हो रहा है.”

गौरतलब है कि गुरुवार को इमरान खान की गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट ने “गैर कानूनी” घोषित कर दिया था और आदेश दिया कि इमरान खान को तुरंत रिहा किया जाए और उसके बाद खान को तत्काल प्रभाव से रिहा कर दिया था.


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