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Friday, 22 November, 2024
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पूरे पाकिस्तान में धारा 144 लागू- वाशिंगटन, न्यूयॉर्क, लंदन में इमरान खान के समर्थक सड़कों पर उतरे

पाकिस्तान में चल रहें विरोध के बीच पीटीआई के शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध आपका संवैधानिक अधिकार है, इसे जारी रखें. लेकिन कानून को अपने हाथ में न लें.

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नई दिल्ली: इस्लामाबाद में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद वाशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों ने इकट्ठा होकर इमरान खान के समर्थन में नारे लगाए.

खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान रेंजर्स खान को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें एक वैन में वहां से ले गए. इसके बाद उनके समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया और पूरे पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में धारा 144 लागू कर दिया गया और साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई.

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से उनके समर्थन में केवल पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि वाशिंगटन, कनाडा, लंदन, न्यूयॉर्क जैसे विभिन्न शहरों में लगातार विरोध जारी है.

वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और शिकागो सहित विभिन्न शहरों में इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ में विरोध प्रदर्शन देखा गया. मंगलवार शाम को इमरान के समर्थक विरोध में लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जमा हो गए और हंगामा किया.

बता दें कि पाकिस्तान में चल रहें विरोध के बीच पीटीआई के शाह महमूद कुरैशी ने देश भर में विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगो से शांति बनाए रखने की अपील की.

उन्होंने कहा, “शांतिपूर्ण विरोध आपका संवैधानिक अधिकार है, इसे जारी रखें. लेकिन कानून को अपने हाथ में न लें. वे आपके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने के बहाने ढूंढ रहे हैं. वे आप पर दबाव बनाने के बहाने ढूंढ रहे हैं. उन्हें मौका न दें.”

इमरान खान के समर्थन में विरोध प्रदर्शन टेक्सास के डलास और साथ ही कनाडा के एक शहर मिसिसॉगा में भी देखा गया.

वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका ने पाकिस्तान में अराजकता पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान किया है.

वाशिंगटन में, प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की कि वे खान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने और यह स्पष्ट करने के लिए इकट्ठे हुए हैं कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता को रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उनकी गिरफ्तारी पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ हैं.

वाशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत के आवास के बाहर मैरीलैंड और वर्जीनिया सहित अन्य शहरों से आए प्रदर्शनकारियों ने इमरान के समर्थन में बैनर और पोस्टकार्ड लहराए.

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “अगर इमरान खान को कुछ भी होता है, तो मुझे पाकिस्तान की स्तिथि बहुत खराब होने का डर हैं. हम उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं.”

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद के हाई कोर्ट में सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार कर लिया था. जब वह अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले के आरोप में अदालत में पेश हो रहे थे.


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इमरान की गिरफ्तारी से पाकिस्तान में तबाही

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पूरे पाकिस्तान में विरोध शुरू हो गया और लोगों ने उनकी रिहाई की मांग की. बता दें की इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में लगातार जगह जगह से तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं.

जियो न्यूज ने बताया कि पीटीआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, लाहौर, कराची, गुजरांवाला, फैसलाबाद, मुल्तान, पेशावर और मर्दन सहित पूरे पाकिस्तान के शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. कराची में नर्सरी के पास प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए. उन्होंने पुलिस वाहनों पर पथराव किया और स्ट्रीट लाइटें भी तोड़ दीं.

खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया, जहां सैनिकों ने संयम बरता. प्रदर्शनकारियों ने प्रतिष्ठान के खिलाफ नारेबाजी की.

लाहौर में भी बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट और खिड़की के शीशे तोड़ दिए. वहां ड्यूटी पर मौजूद सैन्यकर्मियों ने, हालांकि, क्रोधित प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की, जिन्होंने उन्हें घेर लिया और सेना में पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली सरकार के ‘आकाओं’ के खिलाफ नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों ने छावनी क्षेत्र में प्रदर्शन किया.

पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेंजर्स को बुलाया और धारा 144 लगा दी. पंजाब सरकार ने पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध भी किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं.

पीटीआई के बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया. इसी तरह, मुल्तान, झांग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, गुजरांवाला, हाफिजाबाद और गुजरात शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए.


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