हैदराबाद: सुपरस्टार रजनीकांत तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के चंद्रबाबू नायडू की प्रशंसा करने के लिए आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के निशाने पर आ गए हैं.
मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, उनके कैबिनेट मंत्रियों और वाईएसआरसीपी नेताओं ने रजनीकांत पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि वह तमिलनाडु में ‘हीरो’ हो सकते हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश में ‘जीरो’ हैं.
नायडू ने अपनी ओर से अनुभवी अभिनेता का बचाव किया है और “जगन के गिरोह” द्वारा संगठित हमले के लिए वाईएसआरसीपी नेताओं से माफी मांगी है.
पिछले सप्ताह रजनीकांत, दिग्गज अभिनेता से नेता बने और टीडीपी के संस्थापक एन.टी. रामा राव के जन्म शताब्दी समारोह में विजयवाड़ा में शामिल हुए थे.
रजनीकांत ने नायडू को तीन दशक से अधिक समय तक दोस्त और साथ ही एक दूरदर्शी बताते हुए कहा कि अगर नायडू के 2047 के विकास के दृष्टिकोण को लागू किया जाता है तो आंध्र प्रदेश महान ऊंचाइयों तक पहुंच जाएगा.
उन्होंने नायडू को आंध्र प्रदेश के अगले सीएम के रूप में भी पेश किया, यह कहते हुए कि भगवान उन्हें आने वाले वर्षों में अपनी नीतियों को लागू करने की शक्ति दे.
आंध्र प्रदेश में अगले साल चुनाव होंगे.
रजनीकांत की टिप्पणियों के तुरंत बाद, वाईएसआरसीपी के नेताओं ने यह कहते हुए उनपर हमले शुरू कर दिए कि वह जमीनी स्थिति से कितने अनजान हैं.
आंध्र प्रदेश के मंत्री कोडाली वेंकटेश्वर राव, जिन्हें कोडली नानी के नाम से जाना जाता है, ने रविवार को कहा, “एक सितारा यहां आया था. वह पड़ोसी राज्य में स्टार हैं लेकिन यहां जीरो हैं. और वह जीरो हमें उपदेश दे रहा है… कि नायडू का शासन अच्छा है. जिन भयानक लोगों ने नायडू का समर्थन किया, जब उन्होंने अपनी सरकार (90 के दशक में) को गिराने के लिए एनटीआर की पीठ में छुरा घोंपा था, रजनीकांत उनमें से एक हैं. और ऐसा व्यक्ति नायडू के बारे में इतनी बातें कर रहा है.”
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग रजनीकांत की बातों को गंभीरता से नहीं लेंगे.
वर्षों से, नायडू के विरोधियों ने उनके ससुर एनटीआर को धोखा देने और 1995 में टीडीपी का नियंत्रण लेने के लिए उनकी सरकार को गिराने के लिए उन पर हमला किया. बाद में, नायडू ने तर्क दिया कि यह कदम आवश्यक था.
इस बीच, नायडू ने रजनीकांत को “ईमानदारी, अखंडता और विनम्रता का प्रतीक” कहा. और लिखा लोग उन्हें सबक सिखाएंगे. उन्होंने सोमवार को हैशटैग ‘telugupeoplewithRajinikanth’ के साथ ट्वीट किया.
Strongly condemn the demeaning & derogatory comments made by YSRCP leaders against the legendary superstar @rajinikanth, who is an epitome of honesty, integrity, and humility. Rajinikanth has a heart of gold and is much loved by all in India and across the globe. The organised… pic.twitter.com/xnxLIuhltF
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) May 1, 2023
यह भी पढ़ें: बेंगलुरु इस चुनाव में इंफ्रास्ट्रक्चर के ढहने, ग्रीन कवर के घटने जैसे पुराने मुद्दों पर कर सकता है वोट
‘एनटीआर ने कहा कि उनकी पीठ में छुरा घोंपा गया’
इस बीच, नानी नायडू और रजनीकांत दोनों पर तीखे हमले किए.
वाईएसआरसीपी नेता ने कहा, “एनटीआर (अतीत में) ने बताया कि कैसे उनके दामाद ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा था. रजनीकांत ने बताया कि एक अभिनेता, एक राजनेता के रूप में एनटीआर कितने महान थे – फिर उन्होंने एनटीआर के जीवित होने पर नायडू का समर्थन क्यों किया , ये सभी बेवकूफ जिन्होंने एनटीआर को सीएम पद से बेदखल कर दिया, जिन्होंने उनकी हत्या कर दी, उनकी जयंती मना रहे हैं.”
उन्होंने रविवार को कहा, हैदराबाद के विकास के लिए रजनीकांत द्वारा नायडू की तारीफ किए जाने पर आंध्र की पर्यटन मंत्री और पूर्व अभिनेत्री रोजा सेल्वमनी ने आपत्ति जताई. “क्या रजनीकांत नहीं जानते कि नायडू 2013 तक ही तत्कालीन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे? उसके बाद, हैदराबाद का नायडू के बिना पिछले एक दशक में इसका विकास हुआ है. ”
एक अन्य मंत्री सीदिरी अप्पलाराजू ने भी बताया था कि कैसे रजनीकांत ने नायडू का समर्थन किया और हैदराबाद में एक आलीशान होटल का दौरा किया जब 90 के दशक में पार्टी की बागडोर संभालने के लिए एनटीआर के खिलाफ तख्तापलट की योजना बना रहे थे.
मंगलवार को इस बहस में कूदते हुए फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा, जो कभी नायडू के आलोचक थे, जिन्होंने वाईएसआरसीपी नेताओं का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ ‘टिप्पणी’ की थी.
They just made comments , but how about the time you TORTURED and KILLED the legendary NTR ? https://t.co/VvowmfW818
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) May 2, 2023
1993 में लक्ष्मी पार्वती के साथ एनटीआर की दूसरी शादी और पार्टी में उनकी बढ़ते दबदबे बाद, विशेष रूप से सत्ता के बंटवारे पर असहमति, नायडू सहित टीडीपी सदस्यों के एक वर्ग के विरोध को आकर्षित किया. रजनीकांत नब्बे के दशक में हैदराबाद के एक आलीशान होटल में आए थे, जबकि नायडू ने तख्तापलट से पहले असंतुष्ट विधायकों को इकट्ठा किया था.
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
यह भी पढ़ें: 74 साल, 3 पीढ़ियां, 1 विचारधारा: तमिलनाडु BJP के ‘भ्रष्टाचार पर्दाफाश’ के बीच DMK के ‘पहले परिवार’ पर एक नज़र