scorecardresearch
Wednesday, 27 November, 2024
होमदेशअपराधतिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर ताजपुरिया की विरोधी गिरोह ने की हत्या, सुरक्षा में चूक फिर आई सामने

तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर ताजपुरिया की विरोधी गिरोह ने की हत्या, सुरक्षा में चूक फिर आई सामने

जेल अधिकारियों के मुताबिक टिल्लू ताजपुरिया को दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया.

Text Size:

नई दिल्ली : तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के रोहिणी कोर्ट शूटआउट के आरोपी गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार को जेल में हमला कर हत्या कर दी गई. विरोधी गिरोह के योगेश टुंडा, बाकी ने उस पर हमला किया. इससे एक बार फिर जेल की सुरक्षा में चूक सामने आई है.

जेल अधिकारियों के मुताबिक उसे दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया.

दिल्ली के पश्चिमी जिले के दिल्ली पुलिस के एडिश्नल डीसीपी अक्षत कौशल ने बताया, ‘आज सुबह लगभग 7 बजे डीडीयू अस्पताल से मुझे जानकारी मिली कि दो अंडरट्रायल कैदियों को तिहाड़ जेल से अस्पताल लाया गया था. उनमें से एक सुनील उर्फ टिल्लू को अचेत अवस्था में लाया गया था, जिसे बाद में मृत घोषित कर दिया गया. दूसरे शख्स रोहित का इलाज चल रहा है, वह खतरे से बाहर है.’

वहीं इससे पहले गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की इस शुक्रवार को तिहाड़ जेल में कम से कम आठ बार चाकुओं से गोदकर की गई हत्या ने दक्षिण एशिया के सबसे बड़े जेल परिसर के अंदर सुरक्षा खामियों को सुर्खियों में ला दिया था. वर्षों से परिसर की दीवारों के भीतर हत्या, हत्या के प्रयास और मारने की साजिश के कई उदाहरण सामने आते रहे हैं.

दिप्रिंट से बात करते हुए, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था, ‘तिहाड़ की सुरक्षा चूक एक बड़ी चिंता रही है. कैदियों के पास लगभग हर चीज तक पहुंच होती है – शराब, फोन. जेल के अंदर से पैसों का लेन-देन होता है. यह सब कैदियों के लिए जबरन वसूली के रैकेट को चलाना संभव बनाता है.

पुलिस ने कहा तिहाड़ जेल के बैरक नंबर 8 में बंद एक कैदी जिसका नाम योगेश टुंडा है, उसने और अन्य विरोधी गैंग के सदस्यों ने टिल्लू पर हमला कर दिया. टिल्लू जेल के बैरक नंबर 9 में बंद था.

अधिकारियों ने बताया, ‘योगेश उर्फ टुंडा और दीपक उर्फ तीतार ने लोहे की बैरक को तोड़कर टिल्लू ताजपुरिया पर हमला किया, वार्ड में दोनों गैंग के सदस्यों को अलग-अलग रखा गया था.’

आगे की जांच जारी है.

पिछले साल 24 सितंबर को, रोहिणी कोर्ट नंबर 207 में जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

सूत्रों ने कहा था कि रोहिणी कोर्ट में शूटआउट से एक दिन पहले शूटर उमंग और जगदीप ने मुरथल के रहने वाले राकेश ताजपुरिया से हथियार लाए थे.

सूत्रों ने कहा था, ‘उसी दिन उमंग और जगदीप ने एम्स के नजदीक से एक शख्स से वकील का ड्रेस लाया था. इस बीच टिल्लू तिहाड़ जेल से दोनों से व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में था.

(दिप्रिंट की बिस्मी तसकीन के इनपुट्स के साथ)


यह भी पढे़ं : जातिगत गणना: बिहार सरकार ने विवाद के बाद बदला फैसला, ट्रांसजेंडर्स दर्ज करा सकेंगे अपनी जाति


 

share & View comments