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Friday, 22 November, 2024
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अबतक गायब रहने वाले कुलदीप बिश्नोई, राहुल गांधी के आते ही अचानक हुए प्रकट

कहा जा रहा है कि भाजपा में जाने की अफवाहें खुद कुलदीप बिश्वोई द्वारा फैलवाई गईं थीं. गौरतलब है कि कुलदीप अपने बड़े बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिलाना चाहते हैं.

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नई दिल्ली: हरियाणा प्रदेश में कांग्रेस की कई चुनावी सभाओं और रैलियों से गायब रहने के बाद आज कुलदीप बिश्नोई राहुल गांधी की परिवर्तन यात्रा में शामिल हुए हैं. राहुल गांधी यमुनानगर के जगाधारी में हो रही रैली में पहुंच चुके हैं. हरियाणा कांग्रेस के पूर्व चीफ फूलचंद मुलाना पहले से स्टेज पर मौजूद हैं और ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगाए जा रहे हैं.

रैली में शामिल होने से पहले कुलदीप ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों पर मामला साफ किया और कहा, ‘ये दूसरी बार है जब मैं मामला साफ कर रहा हूं, मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जा रहा.’ उन्होंने यह भी कहा कि जहां राहुल गांधी नहीं होंगे, वहां वो भी नहीं होंगे.

कुलदीप बिश्नोई के कांग्रस की जनसभाओं से गायब रहने पर यह भी कहा जा रहा है कि ये अफवाहें खुद बिश्वोई द्वारा फैलवाई गईं थीं ताकि कांग्रेस हाईकमान पर दबाव बनाया जा सके. कुलदीप अपने बड़े बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिलाना चाहते हैं. संभवत: यही वजह रही कि भाजपा में शामिल होने की खबरों से दबाव बनाने की कोशिशें चली.

वैसे दो दिन पहले ही कुलदीप बिश्नोई की दिल्ली में किसी स्टेडियम में क्रिकेट मैच देखते हुए तस्वीरें वायरल हुईं थीं.


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गौरतलब है कि 2018 में राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीवीसी) में हरियाणा के चार नेताओं को शामिल किया था. इनमें कुलदीप बिश्नोई के साथ-साथ रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा और दीपेंद्र हुड्डा भी थे. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ये सारे नाम जाट- गैर जाट की राजनीति में फिट होने के लिए शामिल किए गए थे. कुलदीप बिश्नोई के पिता भजनलाल गैर जाटों को लामबंद करने के लिए जाने जाते रहे हैं. जाटों के वोट लुभाने के लिए सुरजेवाला को फील्ड किया गया है. वहीं, दलित समुदाय का प्रतिनिधित्व कुमारी शैलजा करती हैं.

अब जाकर हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने आपसी एकजुटता का संदेश देने के लिए काफी प्रयासरत हैं. 27 मार्च को हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व में भिवानी में हुई कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में कई शीर्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, किरण चौधरी, अशोक तंवर से लेकर कुमारी शैलजा शामिल हुए. लेकिन कुलदीप इसमें नहीं आए थे.

भाजपा सांसद को दिखाए जा रहे हैं काले झंडे

एक तरफ भाजपा प्रदेश में विकास के कामों की सूची दिखा रही है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा के सांसद धर्मबीर सिंह को चरखी दादरी जिले में काले झंडे दिखाए जा रहे हैं. 28 मार्च को चरखी-दादरी के चिड़िया गांव के लोगों ने सांसद धर्मबीर सिंह और विधायक सुखविंद्र सिंह मांढी का विरोध किया गया और काले झंडे भी दिखाए गए. गौरतलब है कि चरखी दादरी के रामनगर समेत 17 गांवों के किसान धरने पर बैठे हैं. ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे ग्रीन कॉरिडोर 152डी के प्रोजेक्ट को रद्द करनी की खबरों पर सवाल उठाए. बता दें कि सरकार ने नारनौल से लेकर गंगहेड़ी (पेहवा) तक 227 किलोमीटर लंबे इकॉनोमिक ग्रीन कॉरिडोर 152डी बनाने के लिए ज़मीन अधिग्रहित कर रही है. कहा जा रहा है कि इस कॉरिडोर को लगभग 9 हज़ार करोड़ की कीमत पर बनाया जाना है.


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इस धरने का नेतृत्व कर रहे अनूप सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि आने वाले समय में इस मुद्दे पर महेंद्रगढ़ जिले में महापंचायत भी की जाएगी. इस हाइवे का पहला नोटिफिकेशन सिंतबर 2018 को आया था. तभी से ही ग्रामीण सस्ते मुल्य पर अपनी ज़मीन देने को तैयार नहीं थे. दादरी जिले में एक एकड़ जमीन को 23-28 लाख के बीच के दामों पर खरीदा गया है. फरवरी 2019 से ग्रामीण लोग लगातार धरना कर रहे हैं. हालांकि अभी हाइवे रद्द होने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि खुद सांसद धर्मबीर सिंह ने इस हाइवे के रद्द होने की बात कही है.

दक्षिण हरियाणा की बात करें तो 27 मार्च को महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा क्षेत्र के लोगों को भूपिंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस इलाके का विकास चौधरी बंसीलाल ने ही करवाया था. उसके बाद इस इलाके की किसी ने सुध नहीं ली. यहां का किसान पहले से और गरीब हुआ है. हालांकि भूपिंद्र सिंह हुड्डा खुद दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस इलाके के लोगों में हुड्डा सरकार के प्रति खासी नाराज़गी भी रही है.

इनेलो और जेजेपी की भाषणबाज़ी की लड़ाई जारी

इनोलो के अभय सिंह चौटाना अपनी रैलियों में भाजपा पर लगातर वार कर रहे हैं. अभय जाट आरक्षण और डेरा सच्चा सौदा जैसे मामलों पर खट्टर सरकरा की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने बार-बार हरियाणा को जलाने की कोशिश कर रही है. लेकिन इस सब के बीच वो जेजेपी पार्टी की चुनावी रैलियों पर बयानबाज़ी कर रहे हैं और जनता से जेजेपी को चप्पल से मारने की बातें भी कह रहे हैं. इसके जवाब में दिग्विजय चौटाला का कहना है कि विधानसभा में जूता निकालने वाले से यही उम्मीद है.


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खबर ये भी है कि इनेलो की तरफ से 15 अप्रैल को लोकसभा कैंडिडेटस के नामों का ऐलान होगा तो इसके एक दिन बाद ही 16 अप्रैल को जेजेपी भी अपने कैंडिडेटस के नामों की घोषणा करेगी. वहीं, इस चुनाव के मद्देनज़र इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला की तिहाड़ जेल से रिहाई की याचिका की सुनवाई होने की संभावना है.

केजरीवाल का हरियाणा का दौरा

नवीन जयहिंद ने मीडिया को बताया कि केजरीवाल जल्द ही हरियाणा के दौरे पर आएंगे. कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर काम करना शुरू कर दिया है. दिल्ली के विकास के मॉडल के दम पर हरियाणा में चुनावी प्रचार किया जाएगा.

वहीं, अप्रैल की महीने में बसपा की सुप्रीमों मायावती भी 14 साल बाद हरियाणा दौरे पर आएंगी.

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