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Friday, 22 November, 2024
होम2019 लोकसभा चुनावआखिर क्यों 2014 के बाद 2019 के प्रचार की शुरुआत भी जम्मू से कर रहे हैं पीएम मोदी

आखिर क्यों 2014 के बाद 2019 के प्रचार की शुरुआत भी जम्मू से कर रहे हैं पीएम मोदी

मेरठ में महागठबंधन पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि 'सपा का स, रालोद का र, बसपा का ब मतलब ‘सराब’. जो सबकी सेहत खराब कर देगी. इस बयान पर विपक्ष ने उनपर हमला बोला है.

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 का प्रचार पूरे-जोर से शुरू हो गया है. राजनीतिक दलों ने प्रचार की जोर आजमाइश भी शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को अपने चुनावी प्रचार की शुरुआत की. अपने प्रचार के पहले ही दिन मोदी इसबार भी पिछली बार की तरह जम्मू पहुंचे. जहां उन्होंने कहा, ‘मेरा सौभाग्य है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए जब मैं पूरे देश के आशीर्वाद लेने निकला हूं तो पहले दिन मुझे माता वैष्णों देवी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है.’

आखिर क्यों अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत जम्मू करते हैं पीएम 

लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान मोदी जम्मू पहुंचे थे. यहां पहले उन्होंने मां वैष्णों देवी के दर्शन किए थे. इसके बाद ही चुनाव के प्रचार का बिगुल फूंका था. अब यह महज एक संयोग है या कोई टोटका या कोई रणनीति जिसके तहत मोदी इस बार भी जम्मू में रैली की.

जम्मू में उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज राज्य की जो स्थिति है इसके लिए कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जिम्मेदार है. इन्हीं के कारण कश्मीरी पंडितों को इतना कुछ सहना पड़ा. आतंकवाद का जो जहर घुला है उसके जिम्मेदार भी यही लोग हैं. आज सुरक्षा एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, आतंकियों की फंडिंग से लेकर उनसे जुड़े लिंक को खंगाल रही हैं. ऐसे संगठन जो आतंकियों को बढ़ावा देते हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है. आतंक के साथी चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर एक बात कान खोलकर सुन लें, भारत के विरुद्ध उठाया गया एक भी कदम भारी पड़ेगा.

बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद कांग्रेस के नेता ऐसी बात कर रहे हैं, जो भारत के पक्ष में नहीं है. इतना ही नहीं, जम्मू कश्मीर के नेता भी ऐसी बात कर रहे जो गांव में रहने वाले लोगों को मंजूर नहीं है. सीमापार आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले आज खौफ में है. पहली बार ऐसा हुआ है कि सीमा पार भारत को दहलाने के लिए आने वाले आतंकी भी आज 100 बार सोच रहे हैं.

जम्मू की छह में से तीन सीटों पर भाजपा का है कब्जा

मोदी जम्मू में भाजपा के दो उम्मीदवार जम्मू से जुगल किशोर शर्मा और उधमपुर से जितेंद्र सिंह के पक्ष में चुनावी सभी की. जम्मू लोकसभा सीट पर 11 और उधमपुर लोकसभा सीट पर 18 अप्रैल को मतदान होना है. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छह में से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी.इनमें जम्मू, उधमपुर और लद्दाख की सीटें हैं.

पीएम ने अपने चुनावी प्रचार की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मेरठ से की. पहले चरण में पश्चिमी उत्तरप्रदेश की आठ सीटों पर मतदान होना है.इनमें मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और कैराना सीट शामिल हैं. पिछले वर्ष हुए कैराना के उपचुनाव में महागठबंधन के आगे भाजपा को पराजय मिली थी. मेरठ में जनसभा को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी ने उत्तराखंड के रुद्रपुर में सभी की. वहीं बाद में उन्होंने जम्मू में रैली की.

महागठबंधन पर मोदी का हमला

पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि ‘सपा का स, रालोद का र, बसपा का ब मतलब ‘सराब’. अच्छी सेहत के लिए ‘सराब’ से बचना चाहिए या नहीं बचना चाहिए? ये ‘सराब’ आपको बर्बाद कर देगी’. उन्होंने यह भी कहा चौकीदार कभी नाइंसाफी नहीं करता है. उत्तर प्रदेश के लोगों ने 2014 और 2017 में सपा, बसपा को आइना दिखा चुकी है. उत्तर प्रदेश को जातियों में बांटने की कोशिश अब सफल नहीं होगी. जनता समझ गई हैं कि जब देश बचेगा, तभी समाज भी बचेगा. इस बार भी यूपी की जनता का फैसला 2014 और 2017 से भी ज्यादा शानदार होने वाला है.

आपको सबूत चाहिए या फिर सपूत

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जो सत्तर साल में गरीबों के खाते तक नहीं खुलवा पाए, वे खाते में पैसे कहां से डालेंगे. उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए कहा, “2019 का चुनाव प्रचार मेरठ से शुरू करने की एक वजह है कि 1857 में स्वतंत्रता आंदोलन में मेरठ से ही आजादी का बिगुल फूंका गया था.’ उन्होंने कहा, ‘जो लोग इस चौकीदार को चुनौती देते थे, वे अब रो रहे हैं कि मोदी ने पाकिस्तान को घर में घुसकर क्यों मारा. मोदी ने यह क्यों किया वह क्यों किया. विरोधियों में पाकिस्तान में मशहूर होने की होड़ लगी है. मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि आपको सबूत चाहिए या फिर सपूत.’

मैं चौकीदार हूं, अपना हिसाब दूंगा और ​लूंगा भी

मोदी ने कहा, ‘मैं चौकीदार हूं लिहाजा अपना हिसाब भी दूंगा और दूसरों से हिसाब भी लूंगा. मैं पूछूंगा उनसे कि अपने कार्यकाल में आप नाकाम क्यों रहे. आज फैसले लेने वाली सरकार है तो दूसरी ओर फैसला टालने वालों का इतिहास है. एक ओर दमदार चौकीदार है तो उस ओर दागदारों की भरमार है. ‘प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस देश ने नारे देने वाली सरकारें बहुत देखीं हैं लेकिन देश पहली बार एक निर्णायक सरकार भी देख रहा है, जो अपने संकल्प को सिद्ध करना जानती है. जमीन हो, आसमान हो या फिर अंतरिक्ष, सर्जिकल स्ट्राइक का साहस आपके इसी चौकीदार की सरकार ने दिखाया है.”

कांग्रेस के कल्चर ने तबाह कर दिया था उत्तराखंड

मोदी ने कहा, ‘मेरठ में ही कुछ महामिलावटी लोगों ने आतंकियों की मदद की. आप सभी बेहतर जानते हैं कि उस दौर में मेरठ में बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी. यहां पर अपराधियों का बोलबाला था. जब योगी आदित्यनाथ जी की सरकार आई तब जाकर सारी अराजकता खत्म हुई. अब अराजकों के लिए फांसी तक का प्रावधान किया गया है. अगर इन महामिलावटी लोगों को दोबारा मौका मिला तो देश फिर पुराने दिनों में, रसातल में चला जाएगा.’

वहीं मोदी ने रुद्रपुर में रैली में कहा ​कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है. इस भूमि पर देश के चौकीदार को आशीर्वाद देने के लिए इतने सारे चौकीदार एक साथ निकल पड़े हैं. मैं याद दिलाना चाहता हूं कि हमारे देश के वीर सैनिक को अपमानित किया जा रहा है, उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास हो रहा है, देश के सेनानायक को अपशब्द कहे जा रहे हैं.कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि घोटालों की वजह से उत्तराखंड की छवि खराब हो गई थी. कांग्रेस के कल्चर ने उत्तराखंड को तबाह कर दिया था.

‘सराब’ बोलने पर विपक्ष ने मोदी को घेरा

पीएम मोदी के ‘सराब’ कहने पर राष्ट्रीय जनता दल ने जवाबी हमला किया है. पार्टी ने ट्विट कर कहा कि पीएम मोदी को ‘स’ और ‘श’ में अंतर भी नहीं पता है.

इस मामले में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वे लोग नहीं जानते जो नफरत के नशे को बढ़ावा देते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा 5 साल से दिखा रही है, लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता. अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं.’

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि ‘क्या इस तरह की बातें प्रधानमंत्री को करनी चाहिए? आप तीन राजनीतिक पार्टियों को सराब कह रहे हैं? क्या इस तरह से कोई प्रधानमंत्री बात करता है? क्या लोग इसे स्वीकार करेंगे? प्रधानमंत्री अपने शब्द वापस लें और 130 करोड़ लोगों से माफी मांगें या फिर देश और उत्तर प्रदेश आपको कभी माफ नहीं करेगा.’

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