नई दिल्ली: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने माफ़ी मांगने से इंकार करते हुए कहा था कि उनका नाम सावरकर नहीं राहुल गांधी है और वो माफ़ी नहीं मांगेगे. इस बयान पर मंगलवार को सावरकर के पोते रंजीत सावरकर बोले, “राहुल गांधी विनायक दामोदर राव सावरकर पर दिए बयान पर माफी मांगें और अगर उन्होंने माफ़ी नहीं मांगी तो मैं उनके खिलाफ FIR करूंगा.”
रंजीत सावरकर ने आगे कहा, ‘उद्धव ठाकरे और संजय राउत के मन में सावरकर के लिए बहुत सम्मान है. मगर जब तक वो इस मुद्दे पर अपना समर्थन नहीं देते, और आगे बढ़ कर राहुल गांधी से सावरकर वाले बयान पर माफ़ी के लिए नहीं कहते तब तक इसका कोई मतलब नहीं रह जाता. उद्धव और राउत राहुल गांधी से बयान पर बात करें और उन्हें माफी मांगने को कहें.’
"I will file an FIR against Rahul Gandhi if he does not apologise for his statement on Savarkar," says Ranjit Savarkar, Grandson of VD Savarkar pic.twitter.com/AKJJAbIMPc
— ANI (@ANI) March 28, 2023
रंजीत आगे बोले, राहुल गांधी द्वारा सावरकर का नाम राजनीति के लिए किस तरह से बदनाम किया जा रहा है यह देखकर वाकई दुख होता है. ऐसा लगता है कि वे मुसलमानों का भी ध्रुवीकरण कर रहे हैं. महाराष्ट्र में भी सावरकर के नाम पर राजनीति की जा रही है. मेरा अनुरोध है कि सावरकर के नाम का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए न करें.
मंगलवार को दिल्ली में हुई विपक्षी पार्टियों की बैठक जो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलाई थी. इस बैठक में शरद पवार शामिल हुए थे. इस बैठक के दौरान पवार बोले, “सावरकर महाराष्ट्र में सम्मानित और पूजनीय हैं, उनको निशाना बनाने से महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन मुश्किल में आ जाएगा. इस पर विपक्षी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सावरकर के मुद्दे पर अपनी बयानबाजी नर्म करने को तैयार है.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वीडी सावरकर की आलोचना करने के बाद महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन में आए तनाव को कम करने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर शिवसेना की चिंताओं से कांग्रेस नेतृत्व को भी अवगत कराया है.
पवार ने राहुल गांधी को यह भी बताया कि सावरकर कभी भी आरएसएस के सदस्य नहीं थे और इस बात को रेखांकित किया कि विपक्षी दलों की असली लड़ाई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ है.
भाजपा ने राहुल गांधी पर ब्रिटेन के दौरे के दौरान भारत को ‘बदनाम’ करने का आरोप लगाया था और उनसे माफी की मांग की थी. लोकसभा के पूर्व सदस्य ने कहा कि वह सावरकर नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सावरकर पर हमले के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी और कहा था कि उनकी पार्टी स्वतंत्रता सेनानी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी.
शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट विरोध स्वरूप खरगे की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुआ.
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