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Friday, 22 November, 2024
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‘TB हारेगा भारत जीतेगा’, PM Modi ने वाराणसी में शुरू की टीबी-मुक्त पंचायत

पीएम मोदी ने वाराणसी में 'वन वर्ल्ड टीबी समिट' को संबोधित करते हुए कहा कि टीबी मुक्त होने के लिए भारत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है और अब देश में टीबी के मरीजों की संख्या कम हो रही है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ को संबोधित करते हुए टीबी-मुक्त पंचायत के साथ विभिन्न पहलों की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि देश ने नई सोच के साथ टीबी से लड़ने के लिए काम किया है.

पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मेरे लिए ये बहुत खुशी के बात है कि ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ काशी में हो रही है. सौभाग्य से मैं काशी का सांसद भी हूं. काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है.

पीएम मोदी ने बटन दबाकर राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र वाराणसी शाखा का उद्घाटन किया. शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहें.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘टीबी मुक्त होने के लिए भारत ज्यादा से ज्यादा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है और अब देश में टीबी के मरीजों की संख्या कम हो रही है.’

उन्होंने कहा कि एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ यानी- ‘Whole world is one family’ की भावना में झलकता है. ये प्राचीन विचार आज आधुनिक विश्व में काम करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित कर रहा है.


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टीबी के खिलाफ लड़ाई

प्रधानमंत्री ने कहा बीते 9 वर्षों में भारत ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में अनेक मोर्चों पर एक साथ काम किया है. जैसे, जनभागीदारी, पोषण के लिए विशेष अभियान, इलाज के लिए नई रणनीति, तकनीक का भरपूर इस्तेमाल और अच्छी हेल्थ को बढ़ावा देने वाले फिट इंडिया, खेलो इंडिया और योग जैसे अभियान.

उन्होंने कहा ‘2014 के बाद से भारत ने जिस नई सोच और अप्रोच के साथ टीबी के खिलाफ काम करना शुरू किया, वो वाकई अभूतपूर्व है. भारत के ये प्रयास पूरे विश्व को इसलिए भी जानने चाहिए क्योंकि ये टीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का एक नया मॉडल है.’

पीएम ने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. टीबी खत्म करने का ग्लोबल टार्गेट वर्ष 2030 है लेकिन भारत वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है.

जागरूकता

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में टीबी से जुड़ी जागरूकता के बारे में बात करते हुए कहा कि टीबी के मरीजों में जागरूकता की कमी है इसलिए हमें इन मरीज़ो को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना है.

उन्होंने कहा आज टीबी के इलाज के लिए 80% दवाईयां भारत में ही बन रही हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज भारत में टीबी के मरीजों की संख्या कम हो रही है. कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर को टीबी मुक्त अवार्ड से सम्मानित किया गया है. मैं इस सफलता को प्राप्त करने वाले लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.’

पीएम ने आगे कहा कि काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है. मुझे विश्वास है, टीबी जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी.


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