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Monday, 25 November, 2024
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के कविता दिल्ली शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए ED ऑफिस पहुंचीं, खटखटाया था SC का दरवाजा

ईडी ने के कविता को 16 मार्च के ताजा समन भेजा था और 20 मार्च को मामले की चल रही जांच में शामिल होने को कहा था.

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नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के फिर से समन भेजने के बाद भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेकर राव की बेटी के कविता सोमवार को एजेंसी के ऑफिस पूछताछ के लिए पहुंचीं हैं.

ईडी ने के कविता को 16 मार्च के फिर से समन भेजा था और 20 मार्च को मामले की चल रही जांच में शामिल होने को कहा था. कविता ने बृहस्पतिवार सुप्रीम कोर्ट में याचिका लंबित होने का हवाला देकर जांच में शामिल होने से मना कर दिया था जिसके बाद एजेंसी ने फिर से ताजा समन भेजा था. कविता जांच एजेंसी को यह कहते हुए पूछताछ के लिए पेश नहीं हुई थीं कि मामला अभी भी शीर्ष अदालत के समक्ष लंबित है.

सूत्रों के मुताबिक अपने कानूनी प्रतिनिधि के जरिए कविता ने जांच एजेंसी को जरूरी दस्तावेज भेजे थे.

ईडी ने इससे पहले इस महीने उन्हें बृहस्पतिवार को कथित दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में पेश होने को कहा था. उन्हें इस केस में अहम शख्स बताया था.

बीआरएस नेता ने इसको लेकर अर्जेंट सुनवाई की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं कि एक महिला होने के नाते उन्हें ईडी के ऑफिस नहीं बुलाया जा सकता, और इसके बजाय एजेंसी के प्रतिनिधि खुद उनके घर आएं.

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने ईडी के समन को चुनौती देने वाली याचिका पर 24 मार्च को सुनवाई के लिए सहमत हो गई थी लेकिन उन्हें अंतरिम राहत देने से मना कर दिया था.

सूत्रों के मुताबिक, कविता का आमना-सामना हैदराबाद के बिजनेसमैन अरुण रामचंद्र पिल्लई से कराया जाएगा, जिन्हें 6 मार्च को मामले में गिरफ्तार किया गया था.

जांच में, ईडी को पता चला है कि पिल्लई घोटाले के आरोप में प्रमुख शख्स हैं.

साउथ ग्रुप में तेलंगाना एमएलसी कविता, सरथ रेड्डी (अरबिंदो ग्रुप के प्रमोटर), मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी (एमपी, ओंगोल), उनके बेटे राघव मगुन्टा और अन्य शामिल हैं. संघीय एजेंसी की जांच से पता चला है कि साउथ ग्रुप लामबंदी पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू कर रहे थे.

पिल्लई अपने सहयोगियों के साथ दक्षिण समूह और आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता के बीच समन्वय का काम कर रहे थे. ईडी की जांच में इसका खुलासा हुआ है. ईडी ने इससे पहले कहा था कि साउथ ग्रुप के लोगों ने आप को एक करोड़ की रिश्वत दी.

पिल्लई को इंडो स्पिरिट्स में 32.5 फीसदी का भागीदार माना जाता है, जिसे एल1 लाइसेंस मिला था.

इंडो स्पिरिट्स अरुण (32.5 प्रतिशत), प्रेम राहुल (32.5 प्रतिशत) और इंडोस्पिरिट डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (35 प्रतिशत) की पार्टनरशिप फर्म है, जिसमें अरुण और प्रेम राहुल कविता और मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी और उनके बेटे राघव के बेनामी निवेश है.

पिल्लई इंडो स्पिरिट्स के पार्टनर हैं. इस पार्टनरशिप फर्म में पिल्लई ने कविता के हित साधे.

कवित, जो कि तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य हैं से दिसंबर के आखिर में इसी मामले में सीबीआई पूछताछ कर चुकी है.

ईडी ने मामले में पिछले साल अपनी पहली चार्जशीट फाइल की थी. एजेंसी ने कहा था कि दिल्ली के एलजी की सिफारिश पर सीबीआई द्वारा मामले में संज्ञान लेने के बाद अब तक 200 सर्च ऑपरेशन किए जा चुके हैं.


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