नई दिल्ली: आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति से इतर अब दिल्ली में एक नई तरह की राजनीति देखने को मिल रही है. दिल्ली की दो प्रमुख पार्टी एक दूसरे के घोषणापत्र जलाने में लग गए हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर ‘केजरीवाल चोर है’, ‘केजरीवाल झूठा है’, ‘दिल्ली सरकार हाय-हाय’ के नारों के बीच विजय गोयल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आमआदमी पार्टी का मैनिफेस्टो जलाया. वहीं पूर्ण राज्य के वादों से पलटने के कारण आईटीओ स्थित कार्यालय में आमआदमी पार्टी के समर्थकों ने भाजपा का घोषणापत्र जलाया.
केजरीवाल ने नहीं पूरे किए वादे
सुबह जंतर मंतर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सांसद विजय गोयल के नेतृत्व में आमआदमी पार्टी के घोषणापत्र को जलाया. भाजपा समर्थकों का आरोप है कि केजरीवाल ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया. न ही उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगवाए, न ही बिजली और पानी फ्री किए.
रोहिणी के किराड़ी इलाके से आए रंजीत पासवान ने कहा, ‘उनके मोहल्ले में 10 साल पहले जो सड़क थी, उसकी हालत और खराब हो गई है. केजरीवाल ने सड़कों को लेकर कोई काम नहीं किया. इसके अलावा वो (केजरीवाल) बोले थे कि कैमरा लगाएंगे, उजाला(एलईडी) देंगे, लेकिन कुछ भी नहीं किया.’
रंजीत आगे बताते हैं, ‘हमारे मोहल्ले की महिलाएं जब पानी मांगने के लिए विधायक ऋतुराज के यहां गई थीं, तो वो उनसे बड़ी बदतमीजी से पेश आते हुए चप्पल मारने की बात कही. अब आप ही बताइए हम केजरीवाल पर भरोसा कैसे करें और क्यो करें. ‘
भाजपा के पुतला फूंको कार्यक्रम में कई महिलाएं भी शामिल थीं. बुराड़ी से आईं रेखा रावत ने कहा, ‘ हमें फोन आते हैं कि आप का नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया है. और मोदी ने काटा है. जबकि यह सब केवल फर्जी बातें हैं और मेरा कोई नाम नहीं काटा गया है. मैं तो कह रही हूं कि केजरीवाल झूठा है. और उसने पांच साल केवल दिल्ली की जनता को गुमराह किया है.’ वहां आईं महिलाओं ने मोदी के समर्थन में खूब नारे लगाएं.
‘आज जो भ्रष्ट है, उसको मोदी जी से कष्ट है.’
पूर्ण राज्य का दर्जा क्यों नहीं
दिल्ली में पूर्ण राज्य का मुद्दा तूल पकड़ लिया है. जहां भाजपा ने 2013 में अपनी घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वादा किया था, वहीं अब पार्टी इस मुद्दे से अपने आप को दूर रखती नजर आ रही है. दिल्ली से भाजपा के सांसद विजय गोयल से जब दिप्रिंट ने पूछा कि भाजपा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा क्यो नहीं दे रही?
विजय गोयल ने कहा, ‘कुछ दिनों बाद चुनाव है. दिल्ली की जनता को पता चलना चाहिए कि केजरीवाल जो 70 प्वाइंट प्रोग्राम लाए थे, उसका क्या करना चाहिए. दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर है, यमुना के ऊपर कोई काम नहीं हुआ, 15 लाख सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे, एक नया अस्पताल नहीं खोला गया, एक नया कॉलेज नहीं. ऐसे उनके न जाने कितने वादे है जो आग के भेंट चढ़ गए हैं, मैं इससे दिल्ली की जनता को याद दिलाना चाहता हूं कि केजरीवाल ने उन्हें किस तरह से बेवकूफ बनाया है.’
लेकिन वो तो कह रहे कि ये सब इसलिए हो रहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं दिया गया और एलजी साहब कोई काम नहीं करने दे रहे.
‘अरे तो फिर क्यों विज्ञापन पर इतना पैसा खर्च किया जा रहा है. अगर उनको दिल्ली में काम नहीं करने दिया जा रहा तो करोड़ों रुपये के विज्ञापन पर इतना पैसा क्यों खर्च कर रहा. ‘
वे आगे कहते हैं, ‘आप उनसे पूछिए कि उन्होंने काम किया या नहीं किया. अगर किया तो फिर हमें क्यों दोष दे रहे हैं और अगर नहीं किया तो फिर जाए हटे यहां से. ‘
लेकिन दिल्ली के मैनिफेस्टो में भी पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात कही गई थी.
विजय गोयल कहते हैं, ‘तो हम कहां मना कर रहे हैं, जो समझदार आदमी होगा, उसको पूर्ण राज्य का दर्जा देंगे या फिर जो शक्तियों का दुरुपयोग करेगा, उसको देंगे. जो गवर्नर के सोफे पर जाकर सो जाए, जो 26 जनवरी की परेड को रोक दे, जो हमारे प्रधानमंत्री को गालिया दें, जो पुलिस कमिश्नर से काम न ले बल्कि उसे गालियां दें, जो लेफ्टिनेंट गवर्नर की आलोचना करे, वो पूर्ण राज्य का अधिकार लेकर क्या करेगा.’
केजरीवाल ने भी जलाया घोषणापत्र
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा का 2014 के घोषणापत्र की प्रतियां जलाई. केजरीवाल के साथ गोपाल राय और मनीष सिसोदिया भी थे. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के 2014 के घोषणापत्र की पहली लाइन है कि सरकार बनते ही पूर्ण राज्य का दर्जा देंगे. लेकिन भाजपा ने केवल दिल्ली की जनता को धोखा दिया है. लेकिन दिल्ली की जनता अब और नहीं सहेगी और पूर्ण राज्य का दर्जा लेकर रहेगी. इस चुनाव में भाजपा को हराना है और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना है.
केजरीवाल ने मनोज तिवारी को घेरा
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के बीच आईटीओ स्थित कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘मनोज तिवारी कौन होता है पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं देने वाला. वो है कौन, और दिल्ली उसके बाप की नहीं है.’ गौरतलब हो कि दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा था कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं देना चाहिए. ऐसा होने से देश के संघीय ढांचा को खतरा है.
केजरीवाल की तरफ से गठबंधन की कोशिशे जारी
आपको बता दें, आमआदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पिछले कई दिनों से कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिशों में लगे हुए हैं. आज उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात की. लेकिन अबकी बार वे दिल्ली की जगह हरियाणा में गठबंधन करना चाहते हैं. केजरीवाल ने कहा कि देश के लोग अमित शाह और मोदी जी की जोड़ी को हराना चाहते हैं. मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से गुजारिश करुंगा कि हमें एक साथ आना चाहिए. अगर जेजेपी, आप और कांग्रेस एक साथ लड़े तो हरियाणा में भाजपा को दसों सीटों पर हराया जा सकता है.
देश के लोग अमित शाह और मोदी जी की जोड़ी को हराना चाहते हैं। अगर हरियाणा में JJP, AAP और कांग्रेस साथ लड़ते हैं तो हरियाणा की दसों सीटों पर भाजपा हारेगी। राहुल गांधी जी इस पर विचार करें।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 13, 2019
दिल्ली में तीनों पार्टियों के रुख को देखकर लग रहा है कि इस बार चुनाव में पूर्ण राज्य एक अहम मुद्दा बनेगा. ‘आप’ जहां भाजपा पर लगातार आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा केजरीवाल को बख्शने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े है.