नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक बाइक चोर की बड़ी ही दिलचस्प खबर सामने आई है, जब चोर खुद पुलिस स्टेशन हाथ में एक बोर्ड पकड़े सरेंडर करन पहुंचा जिसपर लिखा था योगी जी मुझे माफ कीजिए, मुझसे गलती हो गई.
बाइक चोर खुद को सरेंडर करने के लिए हाथ में एक बोर्ड पकड़े उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर पुलिस स्टेशन पहुंचा जिसमें लिखा हुआ था कि ‘मुझे माफ़ कर दीजिए सीएम योगी, मुझसे गलती हो गई.’
आरोपी की पहचान अंकुर के रूप में हुई है और वो मोटरसाइकिल चोर गिरोह का सदस्य है.
पुलिस और गिरोह के बीच चल रहे मुठभेड़ के एक दिन बाद, अंकुर एनकाउंटर के डर से हाथ में बोर्ड पकड़े अपने परिवारवालों के साथ सरेंडर करने पुलिस स्टेशन पहुंचा.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पुलिस और बाइक चोर गिरोह के बीच मुठभेड़ चल रही थी, जिसके बाद कुछ लोगों के खिलाफ कुछ आपराधिक मामले भी दर्ज किए गए हैं.
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माफ़ी भी मांगी
थाना प्रभारी रजत त्यागी ने कहा, ‘आरोपी बुधवार को एनकाउंटर की आशंका से डर कर ग्राम प्रधान और उसके परिजनों को लेकर थाने पहुंचा. उसने माफ़ी भी मांगी और कसम खाई कि वह फिर कभी कोई अपराध नहीं करेगा. उसे हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है. उस पर हत्या के प्रयास के लिए (आईपीसी की धारा 307) और लूट (आईपीसी की धारा 390) सहित कई मामले दर्ज हैं.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के बाद से उत्तर प्रदेश में 9,000 से अधिक मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें लगभग 160 संदिग्ध अपराधी मारे गए हैं.
एसपी रविशंकर मिश्रा ने कहा, मोटरसाइकिल चोर गिरोह के दो सदस्यों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से एक भागने में सफल रहा था. हमने आरोपियों के पास से तीन बाइक और अवैध हथियार बरामद किए हैं. मामले में आगे की जांच की जा रही है.
‘मुझे गोली मत मारना’
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कोई अपराधी इस तरह सरेंडर करने पुलिस स्टेशन पंहुचा. इससे पहले मार्च 2022 में अपराधी गौतम सिंह अपने एक अन्य साथी के साथ यूपी के पुलिस थाने में एक बैनर लेकर पहुंचा था जिसमें लिखा था, “मुझे गोली मत मारना, मैं सरेंडर करता हूं.”
गोंडा जिले में 6 मार्च को एक व्यापारी का अपहरण किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में शामिल कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया था. हालांकि मुख्य अपराधी गौतम सिंह फरार हो गया था. उस पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया. जिसके बाद 15 मार्च को गौतम सिंह अपने एक अन्य साथी के साथ हाथ में एक बैनर लिए गोंडा जिले के छपिया थाने पहुंचा जिसमें लिखा था, मुझे गोली मत मारना, मैं सरेंडर करता हूं.
इस घटना के बाद यूपी पुलिस स्टेशन के बहार अपराधियों के सरेंडर के लिए लाइन लग गयी थी.
सीएम योगी के शासन में मार्च 2022 में पुलिस एनकाउंटर के डर से एक ही महीने में लगभग 50 अपराधियों ने पुलिस स्टेशन जाकर सरेंडर किया था.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने चुनावी भाषणों के दौरान कई बार ये कहते हुए नज़र आते है कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी, जिससे अपराधियों में डर पैदा हो गया है, शायद इसी का असर है कि अपराधी अब इस तरह सरेंडर कर रहे हैं.
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