नई दिल्ली: भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है. पाकिस्तान जहां लगातार भारत पाक सीमा पर सीजफायर का उल्लघंन कर रहा है वहीं भारत उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर घेरने में कई मामलों में कामयाब हो रहा है.
शनिवार को एकबार फिर भारत ने पाकिस्तान को झूठा बताया है. शनिवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, एफ-16 विमान का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर पाकिस्तान बेनकाब हो गया है. भारत ने कहा कि हमने पाकिस्तान के एफ-16 विमान को गिराया और हमने उसके सबूत भी दिए हैं लेकिन पाकिस्तान सरकार जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन के प्रवक्ता की तरह बात कर रही है.
रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान आर्मी लगातार भारत का दूसरा विमान गिराए जाने का झूठा दावा कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास एफ-16 गिराने के सबूत थे हमने दिए लेकिन अगर उन्होंने हमारा दूसरा विमान गिराया है और उसके पास वीडियो रिकॉर्डिंग है तो वह उसे अभी तक क्यों नहीं दे रहे हैं. उसे वह अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ साझा करना चाहिए.
रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ‘नई सोच के साथ नया पाकिस्तान’ की बात कर रहा है इस समय उसे क्रास बॉर्डर आतंकवाद के खिलाफ भी नया एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘यह खेदजनक है कि पाकिस्तान अभी भी जैश-ए-मोहम्मद के पुलवामा हमले के स्वामित्व का दावा करने से इनकार कर रहा है.
पाक विदेश मंत्री लगातार जैश ए मोहम्मद का बचाव कर रहे हैं. उनका कहना है कि ‘जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, कुछ भ्रम है’ क्या पाकिस्तान जेएम का बचाव कर रहा है?
रवीश ने कहा कि यूएनएससी के सभी सदस्य जानते हैं कि पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद का ट्रेनिंग कैंप चलाया जा रहा है यही नहीं जेएम प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में रह रहा है यह दुनिया जानती है. उन्होंने कहा कि हम यूएनएससी से हमने सभी सदस्यों से मसूद अजहर को आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने का आह्वान किया है.
रवीश कुमार ने एकबार फिर कहा कि भारत का दूसरा विमान गिराने का पाकिस्तान का दावा झूठा है. पाकिस्तान को आतंकियों पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए. भारत ने एफ-16 गिराने के सबूत दिए हैं लेकिन पाकिस्तान अभी तक हमारे किसी दूसरे विमान को गिराने का कोई सबूत नहीं दे रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि एफ-16 को गिराने के दौरान ही विंग कमांडर अभिनंदन पीओके में गिर गए थे. भारत सरकार ने एफ-16 मामले में अमेरिका से कहा है कि वह इस बात की जांच करे कि एफ-16 का भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना बिक्री के नियमों और शर्तों के अनुसार है या नहीं.