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Thursday, 14 November, 2024
होमदेश'निरंतर मजबूत हुई मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति', CM शिवराज बोले - हर क्षेत्र में प्रगति हुई है

‘निरंतर मजबूत हुई मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति’, CM शिवराज बोले – हर क्षेत्र में प्रगति हुई है

सीएम चौहान ने कहा कि राज्य का पूंजीगत व्यय 89 करोड़ 37 हजार से बढ़ कर अब 685 करोड़ 45 हजार रूपये हो गया है. यह वृद्धि 23.18 प्रतिशत है और राज्य के इतिहास में सर्वाधिक पूंजीगत व्यय है.

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नई दिल्ली: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि मध्यप्रदेश के हर क्षेत्र में प्रगति हुई है और कर-संग्रहण में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. प्रदेश का वित्तीय प्रबंधन अच्छा है और प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि हुई है.

मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार को मध्यप्रदेश के आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पर चर्चा करते हुए एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में कहा, ‘आर्थिक और वित्तीय दृष्टि से मध्यप्रदेश के हर क्षेत्र में प्रगति हुई है और इसका राजस्व संग्रहण भी बढ़ा है. साथ ही राज्य के पूंजीगत व्यय में भी वृद्धि हुई है.’

उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की औद्योगिक विकास दर भी बढ़ी है. इसके साथ ही राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 821 करोड़, 22 हजार, 13 लाख रूपए होने का अनुमान है. यह वर्ष 2001-02 में 594 करोड़ 71 हजार रूपए था. इस प्रकार सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में तब और अब में 18 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है.

प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय एक लाख 40 हजार 583 रूपए होने का तथ्य सामने आया है. इसके पहले वर्ष 2001-02 में राज्य में प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 11 हजार 718 रूपए थी.

चौहान ने कहा, यदि ऋण और जीएसडीपी अनुपात की चर्चा करें, तो इस क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश का प्रदर्शन अच्छा है. ताजा आर्थिक सर्वेक्षण बताता है कि वर्ष 2005 में जो ऋण जीएसडीपी अनुपात 39.5 प्रतिशत था वह वर्ष 2020-21 में 22.6 प्रतिशत रहा.

सीएम चौहान ने कहा कि राज्य का पूंजीगत व्यय 89 करोड़ 37 हजार से बढ़ कर अब 685 करोड़ 45 हजार रूपये हो गया है. यह वृद्धि 23.18 प्रतिशत है और राज्य के इतिहास में सर्वाधिक पूंजीगत व्यय है.

राज्य में अपनी सरकार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए चौहान ने कहा, ‘कोविड की परिस्थितियों में भी राज्य के राजस्व को बढ़ाने का प्रयास करते हुए, आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के विजन के साथ कार्य किया गया.’

किसानों के लिए सुविधाएं

इंटरव्यू में सीएम ने किसानों के विकास पर बात करते हुए कहा कि राज्य में किसानों को ऋण में 13.41 प्रतिशत और एमएसएमई क्षेत्र में 30.22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. वर्ष 2001-02 में कृषि विकास दर सिर्फ तीन प्रतिशत थी, जो अब 19 प्रतिशत हो गई है.

उन्होंने कहा, ‘राज्य ने वर्ष 2013-14 में 174.8 लाख टन की तुलना में वर्ष 2022-23 में 352.7 लाख टन गेहूं उत्पादन की और धान की पैदावार 53.2 लाख से बढ़ कर 131.8 लाख टन हो गई है.’

MP लघु व्यवसायियों के कल्याण में सबसे आगे

चौहान ने प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र के विकास के बारे में बताते हुए कहा कि औद्योगिक विकास दर, जो वर्ष 2001-02 में महज 0.61 प्रतिशत थी, अब बढ़ कर 24 प्रतिशत हो गयी है.

मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा, ‘स्ट्रीट वेंडर्स के कल्याण का कार्य भी प्रदेश में बखूबी किया गया है. मध्यप्रदेश सवा 5 लाख शहरी इलाकों के लघु व्यवसायियों (स्ट्रीट वेंडर्स) को 521 करोड़ से ज्यादा राशि का ऋण देकर देश में सबसे आगे है.’


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