नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बिहार में महागठबंधन से अलग राह पकड़ते हुए अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. बसपा ने राज्य की सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है. इसको लेकर बसपा की अध्यक्ष मायावती ने राज्य के नेताओं की दिल्ली में बैठक बुलाई है. वहीं उत्तर प्रदेश के अलावा बसपा उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में भी साथ में चुनाव मैदान में उतरेगी.
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि अध्यक्ष मायावती ने इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बिहार को निर्देश जारी किया है, जिसके मुताबिक पार्टी सभी 40 सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी. उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में बसपा के जनाधार और सक्रियता को बढ़ाने का प्रयास प्रारंभ कर दिया गया है.
इस बीच, बिहार प्रदेश प्रभारी डॉ. लाल जी मेधंकर ने एक बयान जारी कर कहा है कि राजनीतिक और जातिगत भागीदारी को ध्यान में रखते हुए सभी सीटों पर उम्मीदवारों का चयन करने का भी निर्देश अध्यक्ष द्वारा दिया गया है. उम्मीदवारों के चयन को ध्यान में रखते हुए पार्टी प्रमुख मायावती ने 28 फरवरी को दिल्ली में बिहार के नेताओं की बैठक बुलाई है.
उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में भी साथ-साथ
इसके अलावा सपा-बसपा 2019 लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में गठबंधन करने के बाद अब दूसरे राज्यों में भी साथ आने को तैयार हैं. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायवाती और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिलकर यह फैसला किया है.
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के अनुसार दोनों पार्टियों की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है. इसके अनुसार दोनों पार्टियां उत्तराखंड में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव साथ लड़ेंगी, जिसमें समाजवादी पार्टी एक लोकसभा सीट और बहुजन समाज पार्टी बाकी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
वहीं मध्य प्रदेश में समाजवाद पार्टी 3 सीटों पर और बहुजन समाजवादी पार्टी बाकी सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के सथ)