नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर सोमवार को मंदिर के पुजारियों ने प्रदर्शन किया. उनकी मांग हैं कि जिस प्रकार मस्जिद के मौलवियों को मासिक वेतन दिया जाता है उसी प्रकार उन्हें भी वेतन दिया जाये.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के नेताओं ने भी मंदिर के पुजारियों के साथ मिलकर दिल्ली के सिविल लाइंस में स्थित मुख्यमंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
#WATCH | Delhi: Priests hold protest over their monthly salaries outside the residence of Delhi CM Arvind Kejriwal. BJP leaders present at the spot of the protest. pic.twitter.com/Vk9UPLrTmN
— ANI (@ANI) February 7, 2023
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में भगवा झंडे लेकर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और इस दौरान जाने माने भोजपुरी अभिनेता और भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी वहां मौजूद रहे और उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ मिलकर भजन भी गाये.
इस प्रदर्शन का आयोजन दिल्ली प्रदेश भाजपा के मंदिर प्रकोष्ठ ने किया था और प्रदर्शन की अगुवाई प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कर रहे थे.
मनोज तिवारी के अलावा, दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया.
भाजपा हिंदू, सिख और ईसाई धार्मिक स्थलों के धार्मिक नेताओं को वेतन देने की मांग उठाती रही है.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार पुजारियों के साथ भेदभाव कर रही है, वो शहर की मस्जिदों के इमामों को तो तनख्वाह देती है मगर पुजारियों को नहीं.
प्रदर्शन कर रहें पुजारियों का कहना है कि जब तक दिल्ली सरकार पुजारियों को वेतन नहीं देती और सनातन धर्म की रक्षा के लिए काम नहीं करती, तब तक यह धरना-प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा.
दिल्ली की मस्जिदों में इमामों और मौलवियों को वेतन देने का मुद्दा पहले भी कई बार उठाया जा चुका है. दिल्ली में हुए एमसीडी चुनाव के दौरान बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाया था. उस समय मौलवियों और इमामों के साथ-साथ मंदिरों और गुरुद्वारे के पुजारियों को भी मासिक वेतन देने की मांग उठाई गयी थी.
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